सूरत : देश की सीमा पर तैनात जवानों को रक्षा सूत्र भेजी जाएगी

सूरत : देश की सीमा पर  तैनात  जवानों को  रक्षा सूत्र भेजी जाएगी

वराछा शक्तिविजय वाडी में युवा जागृति ट्रस्ट के कार्यकर्ता तैयार करवा रहे हैं राखियां

देश की सीमा पर हमारी रक्षा करने वाले जवानों को सूरत से करीब 16000 रक्षाबंधन भेजने की योजना है। यूथ अवेयरनेस ट्रस्ट ने रक्षाबंधन पर्व को देखते हुए रविवार से  सीमावर्ती जवानों को राखियां (रक्षा सूत्र) भेजना शुरू कर दिया है। लगभग 100 से 150 लोग डाक से राखियां भेजेंगे।
वराछा शक्तिविजय वाड़ी में युवा जागृति ट्रस्ट के कार्यकर्ता  एकत्रित होकर देश के सैनिकों के प्रति अपनी भावना प्रकट करने के लिए राखियां भेज रहे हैं। रक्षाबंधन के उत्सव के पीछे मान्यता यह है कि जो भी हमारी रक्षा करता है उसे रक्षासूत्र भेजकर हम उसकी दीर्घायु की कामना करते हैं। देश के चारों ओर की सीमाओं पर दिन-रात हमारे शत्रुओं के खिलाफ छाती तानकर खड़े होकर हमारी रक्षा करने वाले देश के सपूतों  की लंबी उम्र के लिए रक्षासूत्र भेजा जाएगा।
सूरत से लद्दाख, सियाचिन, कच्छ बॉर्डर, वाघा बॉर्डर समेत सभी सीमावर्ती जवानों को राखियां भेजने की तैयारी की जा रही है।  सैनिक हर त्योहार अपने परिवार के साथ नहीं मना सकते। वे घर से बहुत दूर रहते हैं और यहां तक ​​कि अपनी बहनों से भी दूर रहते हैं। ऐसे में उनके साथ पूरा देश जुड़ा हु्आ है इस भावना के साथ रक्षासूत्र भेजा रहा है। उनके दीर्घायु की चिंता मात्र उनके परिवार ही नहीं परंतु समग्र देश कर रहे है. ऐसी भावना के साथ राखियां भेजी जा रही है। 
जागृति अकबरी ने कहा कि शुुरआत में जितने जवानों की जानकारी मिली थी उसके अनुसार शुरू में हमने 12 हजार राखियां  बनाने की योजना बनाई थी, लेकिन तब से यह संख्या बढ़ गई है और अंत में हमने 16000 राखियां बनाने का फैसला किया है। इन सभी राखियों को तीन से चार दिनों के भीतर पोस्ट कर दिया जाएगा। ताकि हमारे वीर जवानों को समय पर हमारे भाइयों को समय पर राखियां मिल जाए और उन्हें  एक संदेश दें कि पूरे देश की बहनें और सभी लोग उनकी लंबी उम्र के लिए काम कर रहे हैं। वे यह भावना भी व्यक्त कर रहे हैं कि देश इस सेवा के लिए उनका ऋणी है।
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