सूरत : हाईवे पर खड़ी ट्रैक के चालक को लुटने गए लुटेरों का दांव पड़ा उल्टा, तीन में से एक लुटेरे की हुई मौत

सूरत : हाईवे पर खड़ी ट्रैक के चालक को लुटने गए लुटेरों का दांव पड़ा उल्टा, तीन में से एक लुटेरे की हुई मौत

लूट के बाद भाग रहे लुटेरों में से एक को लोगों ने पकड़ा, मार से बचने के लिए व्यक्ति ने खुद को मारी चाक़ू

ऐसा कहा जाता है कि दिन अच्छा ना हो तो शिकारी खुद शिकार हो जाता है। एक ऐसा ही मामला सूरत हाईवे पर देखने को मिला जहाँ एक ट्रक ड्राईवर को लूटने गए लुटेरे ही शिकार बन गये। हाईवे पर खड़ी एक ट्रक के चालक को लूटने के लिए बाइक पर सवार 3 लोग आये और चालक से पैसे मांगे पर जब चालक ने पैसे नहीं दिए, तो दोनों के बीच झड़प हुई और वारदात को अंजाम देकर भागते समय तीनों में से सबसे पीछे बैठे व्यक्ति को लोगों ने गिरा दिया। लोगों की मार से बचने के लिए उस व्यक्ति ने खुद को चाकू मार कर खुद की हत्या कर दी। इस मामले में युवक के परिवार ने अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
आपको बता दें कि सूरत हाईवे पर पिछले कुछ समय से ट्रक चालकों को लूटने वाला गिरोह सक्रिय है। ऐसा ही एक गिरोह डकैती को अंजाम देने पहुंचा, लेकिन उनमें से ही एक लुटेरा मारा गया। इस युवक की हत्या ऐसे हुई है कि इसे किसी और ने नहीं बल्कि इसने खुद को मार दिया है। घटना के बारे में विस्तार से बात करें तो मुंबई के महाराजा ट्रांसलाइनर स्थित हैं। जिसमें सुनील दयाराम निषाद पिछले दो साल से ड्राइवर का काम कर रहे थे। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बस्तीपुर गांव के रहने सुनील वाले अपने टाटा 1108 टेंपो नंबर (एमएच 04 एफपी 3105) से 20 जुलाई को कच्छ जाने के लिए निकले। कडोदरा और कामरेज के बीच वाव गांव की सीवन पर जीईबी स्टेशन के सामने से गुजरते समय टेंपो रोड के किनारे टायर फट गया है। उन्होंने मुंबई परिवहन के मालिक परेशभाई राजगोर को फोन पर सब बताया। मदद आने तक सुनील वाव गांव में उसी टेंपो पर रुके।  21 जुलाई की शाम 5.30 बजे मदद के लिए के अन्य चालक शालीकराम एक ट्रक लेकर आया और ट्रक को टम्पा के पीछे खड़ा कर दिया, दोनों टायर बदल रहे थे। फिर बाद में सुबह छह बजे के करीब एक मोटरसाइकिल पर तीन व्यक्ति आये और फिर अपने मोटरसाइकिल को टेंपो के सामने खड़ा कर दिया। इसके पास टायर बदल रहे चालकों के पास आ कर चाकू की नोकपर पैसे लुटने की कोशिश की पर लेकिन जब चालक ने पैसा देने से मना कर दिया, तो उसने उसे चक्कू मारने की धमकी दी और उसकी पैंट की जेब से पैसे निकाल लिए।
पैसे लूटने के चक्कर में लुटेरों ने शालिकराम के पेट के बाईं ओर वार किया और वहां से भागने की कोशिश की। हालांकि, जब ट्रक चालक सुनील दयाराम निषाद चिल्लाने लगे और लोगों ने उनका पीछा किया और मोटरसाइकिल के पिछले हिस्से में बैठे व्यक्ति को टक्कर मारकर सड़क पर गिर दिया। जबकि दो फरार होने में सफल रहे।
इस बीच, जैसे ही उस व्यक्ति को रास्ते से गुजर रहे लोगों ने पकड़ लिया, तो लोगों की मार से बचने के लिए उसने खुद को चाकू मारकर आत्महत्या कर लिया। पता चला कि इस युवक का नाम कुणाल राजेशकुमार देशमुख है। युवक को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की तो युवक के परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि अस्पताल में इलाज के अभाव में ही युवक की मौत हो गई।