सूरत : परिवार को जान से मारने की धमकी देकर रात्रि दरम्यान बच्ची का अपहरण, सुबह छोड़ा

पुलिस ने बच्ची की चिकित्सकीय जांच के लिए नई सिविल अस्पताल भेजा

शहर के पांडेसरा थाना क्षेत्र के  वडोदरा एसएमसी आवास में पैसे के लेन-देन के मामले में जेल से छूटे यूपी निवासी युवक ने चाकू हाथ में लेकर मजदूर के घर में तोड़-फोड़ की। पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देते हुए अपराधी प्रवृत्ति के युवक ने मजदूर वर्ग के परिवार के एकलौते बेटे पर हमला कर उसे मारने की कोशिश की, जिससे पूरे परिवार के लोग भयभीत हो गये । गुरुवार आधी रात को हुई इस घटना में मदद के लिए आए दो पुलिस कर्मियों द्वारा सामान्य जांच कर चल जाने के बाद अपराधी प्रवृत्ति वाला सूरज आग बबूला हो गया। डर के मारे इमारत के नीचे भागी 7 वर्षीय बच्ची का अपहरण कर फरार हो गया। हालांकि, पुलिस ने सुबह तड़के मासूम बच्ची को इमारत के नीचे पाया और उसे मेडिकल जांच के लिए नई सिविल अस्पताल भेज दिया। 
मजदूर परिवार के एक भाई ने कहा, "सूरज को जेल से छुड़ाने के लिए एक महीने पहले, उसके माता-पिता ने मेरे परिवार से 2 लाख रुपये लिए थे। रुपये वापस नहीं देने पर पिता ने रुपये की मांग की थी। साथ ही कहा था कि अगर आपके पास पैसा नहीं है, तो अपना घर लिख दो। नाराजगी के चलते सूरज गुरुवार की आधी रात को वडोदरा एसएमसी आवास बिल्डिंग नंबर 25 की चौथी मंजिल पर कमरा नंबर 17 में हाथ में चाकू लेकर अपने दोस्तों के साथ घुस आया। इसके बाद उसने पूरे परिवार को काट देने की धमकी दी।
उन्होंने आगे कहा कि  इस मामले की सूचना पुलिस को दिये जाने पर  समय पर पुलिस नहीं आई। बाद में दो पुलिस कर्मचारी आए और जांच करने के बाद चले गये। पुलिस कर्मियों के जाने के  कुछ ही मिनटों में  सूरज फिर से अपने आदमियों के साथ घर में घुस गया और मुझ पर चाकू से हमला कर मुझे मारने की कोशिश की।
उन्होंने आगे कहा कि सूरज के हमला की घटना  देख रही 7 साल की बहन डर के मारे नीचे की ओर भाग गई थी। सूरज ने दोस्तों की मदद से उसे उठा ले गया था। काफी खोजबीन के बाद सुबह करीब 4-5 बजे बहन को इमारत के नीचे पाया और हम थाने गए। जहां हमारी शिकायत दर्ज कर बहन को मेडिकल जांच के लिए सिविल भेज दिया। 
उन्होंने आगे कहा कि सूरज और उनके माता-पिता अपने पैतृक गांव  यूपी में रहते हैं। सूरज सूरत जेल में एक अपराध में सजा काट रहा था। उसके माता-पिता ने उसे छुड़ाने के लिए 2 लाख रुपये लिए थे। सालों पहले रिश्ते को ध्यान में रखते हुए पिता ने आर्थिक मदद की। फिलहाल पांडेसरा पुलिस आगे की जांच कर रही है।
मेडिकल जांच के लिए सिविल लाई गई मासूम बच्ची ने डॉक्टर से कहा कि चाचा सूरज हमारे साथ थे।  माँ और चाचा सूरज ने मेरे पिताजी को घर से निकाल दिया था। तब मैं अपनी मां के साथ चाचा सूरज के घर रहता था। कल रात चाचा सूरज ने घर में घुसकर घर खाली करने को कहा और सबको मारने लगे और मुझे अपने साथ ले गये थे।
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