सूरत में इस्कोन मंदिर परिसर में ही निकली जगन्नाथ यात्रा

सूरत में इस्कोन मंदिर परिसर में ही निकली जगन्नाथ यात्रा

सूरत शहर पुलिस प्रशासन द्वारा अनुमति नही देने पर इस्कोन मंदिर परिसर में ही निकली भगवान जगन्नाथजी की रथयात्रा, कडे पुलिस बंदोबस्त के बीच भक्त ही उपस्थित रहे ।

प्रशासन द्वारा अनुमति नही मिलने पर भगवान नगरचर्या को बाहर नही निकल सके
सूरत के जहांगीरपुरा इस्कॉन मंदिर में कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच सोमवार को भगवान जगन्नाथ की यात्रा आयोजित की गयी। वर्तमान कोरोना परिस्थिति के दौरान सभी आयोजकों ने रथयात्रा को मंदिर परिसर में आयोजित करने का फैसला किया। भगवान जगन्नाथ, भाई बलराम और बहन सुभद्राजी के रथ को मंदिर परिसर में ही घुमाने की व्यवस्था की गई। इस्कॉन मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस का कडा बंदोबस्त तैनाथ किया गया।
मंदिर परिसर में भगवान जगन्नाथ के भक्तों ने रथ को खींचा। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। "हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे" के नारे के साथ भक्त उत्साहपूर्वक मंदिर परिसर में निकली यात्रा में शामिल हुए।
श्रद्धालुओं को नियंत्रित करने के लिए मंदिर के बाहर भारी संख्या में पुलिस तैनात थी। मंदिर परिसर में जाने वाले श्रद्धालुओं पर भी पुलिस का नियंत्रण था। इस्कॉन मंदिर परिसर में एक साथ 200 लोगों को आने की अनुमति प्रशासन ने दि थी। साथ ही 50 भक्तों को रथ में प्रवेश करने और खींचने की अनुमति दी थी।
सूरत में पुलिस विभाग द्वारा अनुमति नही मिलने के कारण मंदिर परिसर से बाहर नगरचर्या के लिए नहीं निकल पाएं भगवान जगन्नाथ । सूरत में इस्कॉन मंदिर की 17 किमी की रथयात्रा के मार्ग को पुलिस ने घटाकर 3 किमी कर दिया, फिर 700 मीटर तक कर देने पर आखिरकार महंत निराश होकर रथयात्रा को 200 मीटर मंदिर परिसर में ही बदलने का फैसला किया। इसके अलावा शहर के महिधरपुरा, अमरोली लंका विजय हनुमान मंदिर, पांडेसरा और सचिन कनसाड क्षेत्र में भी जगन्नाथजी की रथयात्रा नही निकली महंतो और भक्तो ने मंदिर परिसर के आसपास में ही रथयात्रा आयोजित कि। 
Tags: