सूरत : जाने महामारी काल में क्या है मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का हाल

सूरत : जाने महामारी काल में क्या है मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का हाल

एक महीने देरी से चल रहा प्रोजेक्ट पर जल्द ही ट्रैक पर आ जाएगा काम

कोरोना महामारी ने शहर में कई विकास परियोजनाओं को रोक दिया। इस समय में भी एक परियोजना जो अपने ट्रैक से नहीं उतरी वह हैं सूरत मेट्रो परियोजना! सूरत मेट्रो परियोजना इस विषम परिस्थितयों में भी समयसर चलती रही। बड़ी बात ये हैं कि एक समय जब पूरा शहर कोविड जैसे घातक संक्रमण के प्रसार से जूझ रहा था तब कुछ इंजीनियरिंग विशेषज्ञ मेट्रो मार्ग पर अपने आप का परीक्षण कर रहे थे। 
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की जानकारी के अनुसार इस दौरान काम लगभग एक महीने पीछे हो गया है, जिस पर अधिकारियों का दावा है कि वे कार्यबल और मशीनरी को बढ़ाकर इस देरी को कवर कर लेंगे। फिलहाल ड्रीम सिटी से सरथाना तक पहला कॉरिडोर कार्यरत है। दूसरा कॉरिडोर भेसन से सरोली तक का काम अगले चरण में होगा। जनवरी 2021 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई परियोजना को गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (GMRC) द्वारा संचालित किया जा रहा है।
शहर के नगर आयुक्त बंछनिधि पाणि ने इस बारे में बताया कि पहले कॉरिडोर में से लगभग 77.27 प्रतिशत भू-तकनीकी जांच और 47 प्रतिशत टेस्ट पाइल कास्टिंग का काम ड्रीम सिटी के एक सेक्शन से कदरशा नी नाल तक 11.6 किलोमीटर तक पूरा हो चुका है। उन्होंने ने आगे बताया कि महामारी के बीच परियोजना का काम जारी रहा और कुछ हिस्से पर परीक्षण का काम पूरा हो गया है। जैसे ही स्थिति सामान्य होगी काम में तेजी आएगी। वर्तमान में शहर के विभिन्न स्थानों पर 300 कार्यकर्ता काम पूरा करने में लगे हुए हैं।”
साथ ही गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के एक अधिकारी ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया को बताया कि परिस्थितियों के सामान्य होने पर हम कम से कम एक सेक्शन पर पाइल टेस्टिंग का काम पूरा कर लेते। हमें एक महीने की देरी हो रही है, लेकिन हम अपने कुल कार्यबल और मशीनरी को बढ़ाकर जल्द ही इसे कवर कर लेंगे। उन्होंने कहा, "अगस्त के अंत तक हम धीरे-धीरे कुल कर्मचारियों की संख्या बढ़ाकर 1,000 कर देंगे, जिससे काम में और तेजी आएगी।"
Tags: