पति हमेशा रक्तदान करता था, कोरोना से मौत के बाद पत्नी ने रक्तदान करके दी श्रद्धांजलि!

पति हमेशा रक्तदान करता था, कोरोना से मौत के बाद पत्नी ने रक्तदान करके दी श्रद्धांजलि!

गोपीपुरा के मोहनीश थे कोरोना संक्रमित, 22 दिनों के इलाज के बाद हुई मौत

देश में कोरोना वायरस का प्रकोप चरम पर है।  देश के अधिकांश राज्यों के अधिकांश अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन और जरुरी दवाओं की कमी है। कही कही तो स्थिति ऐसी है कि अस्पतालों में मरीजों के लिए जगह ही नहीं बची है, अस्पतालों में सारे बिस्तर भरे है और ऑक्सीजन की भारी कमी के कारण मरीजों की मौत हो रही हैं। ऐसा ही एक मामला सूरत के गोपी पूरा में देखा गया, जहां एक 26 वर्षीय युवक कोरोना की भेट चढ़ गया। इसके बाद पति को श्रद्धांजलि देते हुए पत्नी ने रक्तदान सिविर का आयोजन किया।
जानकारी के अनुसार, गोपीपुरा के सोनी फड़िया में रहने वाले मोहनीश जरीवाला 30 मार्च को कोरोना संक्रमित पाए गए। मोंटू (मोहनीश) का 22 दिनों तक इलाज चला। इस दौरान मोंटू को ऑक्सीजन से लेकर, प्लाज्मा और दवा सब दिया गया पर सब बेकार रहा। 22 दिनों के इलाज के बाद मोहनीश उर्फ़ मोंटू कोरोना के सामने जीवन का जंग हार गया। इससे मोहनीश के परिवार के सदस्यों, पत्नी और मित्रों को बहुत अघात लगा।
पति की मौत के बाद पति को श्रद्धांजलि देने के लिए मृतक की पत्नी शिवानी ने मोंटू के मित्रों के साथ मिलकर एक रक्दन सिविर का आयोजन किया। इस सिविर में मृतक के दोस्तों, परिजनों और पत्नी ने भी रक्तदान दिया। जिसमे कुल 98 यूनिट रक्त इकठ्ठा हुआ। इस बारे में मृतक मोंटू की पत्नी शिवानी ने कहा कि मोंटू हमेशा रक्तदान करते थे। अभी तक उन्होंने 12 बार रक्तदान किया था। ऐसे में उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए रक्तदान शिविर से अच्छा विकल्प नहीं हो सकता था। साथ ही मृतक के पिता ने बताया कि वो कोरोना से ठीक हो चुके है और अब वो जरुरतमंद लोगों को प्लाज्मा दान करेंगे।