ऑक्सीज़न सिलिन्डर के बाद अब इंडिकेटर की सामने आई कमी, कालाबाजारी की आशंका

ऑक्सीज़न सिलिन्डर के बाद अब इंडिकेटर की सामने आई कमी, कालाबाजारी की आशंका

दिल्ली और महाराष्ट्र से आ रहे है इंडिकेटर पर व्यापारी नहीं निकाल रहे है बाहर, लोगों ने किया आक्षेप

सूरत शहर में कोरोना के बढ़ते केसों के कारण ऑक्सीज़न की काफी कमी हो रही है। ऑक्सीज़न की कमी को दूर करने के लिए तंत्र द्वारा सभी उपयुक्त प्रयास किए जा रहे है। ऐसे में अब शहर में ऑक्सीज़न के बाद अब इंडिकेटर की कमी होने की बात सामने आ रही है। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, शहर में कई कोरोना मरीज ऐसे है जो की घर से ही अपना इलाज करवा रहे है। ऐसे में पहले से ही उन्हें ऑक्सीज़न की कमी पड़ रही है। जहां तहां से वह ऑक्सीज़न का जुगाड़ कर रहे है पर अब उन्हें ऑक्सीज़न सिलिन्डर के ऊपर लगाए जाने वाले इंडिकेटर के लिए यहाँ वहाँ भटकना पड़ रहा है। ऐसे में स्थिति अब ऐसी हुई है की शहर में ऑक्सीज़न के बाद अब इंडिकेटर की कमी भी होने लगी है। 
मरीज को ऑक्सीज़न कितने प्रमाण में देना है इसके लिए उसमें इंडिकेटर लगाना पड़ता है। हालांकि शहर के हॉलसेल के व्यापारी फिलहाल उसका स्टॉक ना होने की बात कर रहे है। ऐसे में होम आइसोलेशन में रह रहे ऑक्सीज़न की जरूरत वाले मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है। इंडिकेटर के व्यापार से जुड़े एक व्यापारी ने मीडिया से बात करते हुये कहा कि सूरत में इंडिकेटर दिल्ली और महाराष्ट्र से आते है। पर वहाँ के बढ़ते संक्रमण और लोकडाउन की परिस्थिति के कारण फिलहाल स्टॉक नहीं आ रहा। 
इसके अलावा कई लोगों का कहना है की व्यापारी इंडिकेटर की कमी को देखते हुये अभी उसका स्टॉक कर रहे है। जिससे की बाद में उसे ऊंची कीमतों में बेचा जा सके। हालांकि फिलहाल तो यह स्थिति है की सूरत में लगभग हर दिन 1000 इंडिकेटर की जरूरत है। पर एक भी इंडिकेटर की व्यवस्था नहीं हो पा रही है।