सूरतः भ्रष्ट प्रशासन के विरोध में 'आप' का उपवास, छठे दिन पारणा

प्रतिष्ठित नेताओं के साथ-साथ शहर के विभिन्न सोसायटियों के प्रमुखों के समझाने पर तोड़ा उपवास

दलित समुदाय की बेटियों के हाथों पारणा किया 
महानगर पालिका में चल रहे  भ्रष्ट प्रशासन के खिलाफ आम आदमी पार्टी (आप) के नेता धर्मेशभाई भंडारी और उनके साथी नागर सेवक विरोध करने के लिए उपवास कर रहे थे, रविवार को अनशन के छठवें दिन उपवास तोड़ा। पार्टी के संस्थापक प्रो. किशोरभाई देसाई के अलावा, उन्होंने शहर के प्रतिष्ठित नेताओं के साथ-साथ शहर के विभिन्न सोसायटियों के प्रमुखों के समझाने के बाद अपना उपवास तोड़ दिया। उल्लेखनीय है  पानी के बिल की माफी, सूरत कपड़ा बाजार के पट्टे के संबंध में नए प्रस्ताव को रद्द करने तथा  जनप्रतिनिधियों पर पुलिस एवं पालिाक मार्शल द्वारा  हमला करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग के साथ विरोध किया था।
विपक्ष के नेता धर्मेशभाई भंडारी और साथी जनप्रतिनिधियों ने दलित समाज की बेटी वर्षा रामदास तडवी और अस्मिता रमेशभाई तडवी के हाथों पारणा किया। सभी का मानना ​​है कि निगम प्रशासन में भ्रष्टाचार के एक या दो मुद्दे नहीं हैं। पूरा प्रशासन भ्रष्टाचार से लिप्त है। आप के नगर सेवकों और शहर के नागरिकों को इस भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए लंबी लड़ाई लड़नी होगी, इसलिए उपवास से इतर त्वरित उपायों को आजमाने के लिए तैयार रहें। पूरे गुजरात के कई नागरिकों ने उपवास में सहयोग और समर्थन किया है।
पालिका के नेता प्रतिपक्ष धर्मेश भंडारी ने कहा, "इन तीन मुद्दों पर हमारे आंदोलन की आवश्यकता होगी।" वर्तमान में कोरोना में संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है। हम पिछले छह दिनों से उपवास कर रहे थे। बहुत से लोग तब हमें देखने आते थे और थोड़ा डर भी था कि अगर हम में से किसी को कोरोना का संक्रमण हो जाए तो और लोग संक्रमित हो सकते हैं। इसलिए हमने महामारी को देखते हुए यह निर्णय लिया है, भले ही आज पारणा कर लिया है। लेकिन सूरत के लोगों के हित में, हम इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर और साथ ही आने वाले दिनों में सूरत शहर के हित में ऐसे कार्यक्रम करते रहेंगे।
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