सूरत : बिना बताए घर से निकल गया किशोर, मुंबई से सकुशल मिला, कारण ये पता चला

सूरत : बिना बताए घर से निकल गया किशोर, मुंबई से सकुशल मिला, कारण ये पता चला

11 वीं साइन्स में पढ़ता किशोर घर छोड कर मुंबई चला गया, कारण जानकार होगा आश्चर्य

आज कल सोशल मीडिया के जमाने में आए दिन माता पिता से नाराज होकर या उनकी बातों से गुस्सा होकर बालको द्वारा घर के चले जाने की घटना के बारे में आप सुनते ही रह रहे है। कुछ ऐसा ही हुआ जब पाल क्षेत्र में रहने वाले पीएफ डिपार्टमेंट के अधिकारी के 11वीं कक्षा में पढ़ने वाला लड़का रहस्यमय ढंग से गायब हो गया। हालांकि इसके पीछे का कारण जानकार सभी के आश्चर्य का पार नहीं रहा। किशोर के गायब होने पर पूरे परिवार की हालत काफी ज्यादा खराब हो गई थी, हालांकि बड़ी मेहनत के बाद उसे मुंबई से ढूंढ निकाला गया। आइये जानते हैं वो अनोखा कारण जिसके चलते बालक बिना बताए अपने घर से निकल पड़ा था। 
प्रोजेक्ट बनाने के बहाने घर से जल्दी निकला
पाल क्षेत्र में रहने वाले पीएफ अधिकारी का बेटा विवेक (बदला हुआ नाम) अडाजण क्षेत्र की 11वीं साइंस में पढ़ाई करता है। गत रोज शिवरात्रि होने से माता पिता और बहन के साथ गंगेश्वर महादेव मंदिर गया था। इसके बाद विवेक ने कहा कि मुझे प्रोजेक्ट बनाना है, ऐसा कह कर वह ट्यूशन जाने के लिए स्कूल बैग लेकर 1:00 बजे घर से निकला था। उसका ट्यूशन साढे तीन बजे से रात के आठ बजे तक का है लेकिन विवेक घर से जल्दी निकल पड़ा था और रात के 9:00 बजे तक नहीं आया। 
इस पर पिता ने ट्युशन में पता किया लेकिन वहाँ से पता चला कि विवेक ट्यूशन नहीं गया था। बहुत ढूंढने के बाद विवेक का जब पता नहीं चला तो घर वालों की चिंता बढ़ गई और उन्होंने सोसायटी के सीसीटीवी कैमरे में जांच की। सीसीटीवी केमरे में देखने पर पता चला कि विवेक लेक गार्डन की ओर जा रहा था। इसके बाद वह कहां गया यह नहीं पता चल रहा था।
सीसीटीवी कैमरे में रेल्वे स्टेशन पर नजर आया विवेक
इसके बाद घर वालों ने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने रेलवे स्टेशन के पास सीसीटीवी फुटेज चेक किया तो विवेक दिल्ली गेट पर और उसके बाद प्लेटफार्म नंबर चार पर राजकोट सिकंदराबाद ट्रेन में बैठकर मुंबई के लिए जाते नजर आया। इसके बाद पुलिस ने मुंबई में रहने वाले विवेक के ताऊजी के संपर्क किया और मुंबई में जांच की तब विवेक अपने ताऊ जी को कोलाबा से सुरक्षित मिला। 
प्राथमिक जांच में पता चला कि विवेक को साइंटिस्ट बनना था। इसलिए वह इसरो में किस तरह काम होता है यह देखने के लिए घर से निकल पड़ा था। उल्लेखनीय है कि विवेक की माता ने कहा कि मैं तुम्हें ट्यूशन अपने मोपेड पर छोड़ देती हूं लेकिन विवेक ने उन्हें इन्कार कर दिया था और पैदल ही चले गया था।
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