वलसाड : मछली पकड़ने गए युवक के जाल में फंसी बेहद दुर्लभ मछली

वलसाड : मछली पकड़ने गए युवक के जाल में फंसी बेहद दुर्लभ मछली

अजीबोगरीब दांतों वाली बेहद दुर्लभ मछली शुगर माउथ कैटफ़िश के मिलने पर लोगों में कौतुहल

शुक्रवार की सुबह वलसाड के जुजवा गांव के औरंगा नदी में मछली पकड़ने गए युवक के जाल में अजीबोगरीब दांतों वाली बेहद दुर्लभ मछली पकड़ी गई। इस दुर्लभ मछली को शुगर माउथ कैटफ़िश कहा जाता है। इसके बारे में पता चलने पर लोगों में काफी उत्सुकता थी। यह मछली ज्यादातर अमेरिका की अमेजन नदी में पाई जाती है। पहले यह मछली वाराणसी में गंगा नदी में पाई जाती थी।


जानकारी के अनुसार वलसाड के जुजवा गांव निवासी नीलेश रमेश भाई नायक शुक्रवार की सुबह 7 बजे गांव के गंगाजी पलिया से गुजरने वाली औरंगा नदी में मछली पकड़ने गए थे। जिसके बाद उन्होंने जो जाल बिछाया उसमें एक अत्यंत दुर्लभ मछली फंस गई। दुर्भाग्य से जब उन्होंने जानकारों से इस मछली के बारे में पूछा तो इस मछली का नाम शुगर माउथ कैट फिश बताया गया। जानकारों के मुताबिक, शुगर माउथ कैट फिश नाम की मछली हजारों किमी दूर दक्षिण अमेरिका की अमेजन नदी में पाई जाती है। कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गंगा नदी में यह मछली मिलने पर आश्चर्य हुआ था।


भारतीय वन्यजीव संस्थान और नमामि गंगे योजना से जुड़े जलीय जीवन के संरक्षण के लिए काम करने वाले गंगा चौकीदार दर्शन निषाद ने कहा कि यह दूसरी बार है जब उन्हें डॉल्फ़िन का संरक्षण करते हुए ऐसी अजीब मछली मिली है। जिसकी पहचान भारतीय वन्यजीव संस्थान ने अमेरिका की अमेजन नदी में पाई जाने वाली शुगर माउथ कैटफ़िश के रूप में की थी। वैज्ञानिकों ने दावा किया कि यह मछली गंगा की स्थिति को तबाह कर सकती है, इसलिए उन्होंने इस मछली को वापस गंगा में न छोड़ने की सलाह दी।

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