गुजरात : 'बनासकांठा के 125 गांवों के लोगों ने रात में पानी के लिए घर-घर दीया जलाकर विरोध किया
By Loktej
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बनासकांठा जिले के पालनपुर और वडगाम तालुका के 125 गांवों के लोगों ने सरकार को संदेश देने के लिए दीप जलाकर महाआरती की
बनासकांठा के वडगाम में करमावत तालाब और मुक्तेश्वर बांध से पानी की मांग को लेकर 125 गांवों के किसानों ने गुरुवार को भगवान सरकार को सद्बुद्धि दे इसके लिए प्रत्येक गांव में दीप जलाकर महा आरती की। इस मौके पर कई मुसलमानों ने विशेष नमाज अदा की।
पानी की मांग को लेकर दीप जलाने के कार्यक्रम के दौरान मानों गांवों में दीपावली और नवरात्रि का आगमन हो गया हो। हालांकि ये दीये सरकार को संदेश देने के लिए जलाए गए थे। बनासकांठा जिले के पालनपुर और वडगाम तालुका के 125 गांवों के लोगों ने सरकार को संदेश देने के लिए दीप जलाकर महाआरती की। साथ ही सरकार से मांग की कि उनकी मांगों पर विशेष ध्यान दिया जाए। इस समय वडगाम और पालनपुर पंथ में पानी की गंभीर समस्या है। वडगाम में करमावत तालाब और मुक्तेश्वर बांध से किसान पिछले कई सालों से पानी की मांग कर रहे हैं। एक सप्ताह पूर्व वडगाम और पालनपुर के 125 गांवों के 15,000 से अधिक किसानों ने महारैली योजना का मंचन कर करमावत तालाब को भरने की मांग को लेकर कलेक्टर को आवेदन दिया था।
हालांकि, किसान अभी भी इस बात से नाराज हैं कि सरकार ने इस दिशा में कोई उचित कदम नहीं उठाया है। किसानों, महिलाएं, पशुपालकों और 125 गांवों के लोगों ने गुरुवार को गांव के मंदिर में 'भगवान सरकार को ज्ञान प्रदान करें' इसके लिए सामूहिक दीप प्रज्ज्वलित कर महाआरती की। साथ ही उन्होंने ईश्वर से सरकार को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की, ताकि सरकार किसानों की दुर्दशा को समझे और पानी उपलब्ध कराए। 125 गांवों के लोगों ने भी अपने घरों में दीप जलाकर किसानों का समर्थन किया।
इस मौके पर कई गांवों के मुस्लिम समुदाय ने भी अपने गांव की मस्जिद में जाकर विशेष सामूहिक ईबादत की और अल्लाह से सरकार को सद्बुद्धि देने की दुआ की। ऐसे में पानी के अभाव में जूझ रहे किसानों ने सरकार को कई बार गुहार लगाई है, लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकला है। वहीं, किसान चुनाव का बहिष्कार करने की धमकी दे रहे हैं। देखना होगा कि दीया जलाने के कार्यक्रम के बाद भी सरकार जागती है या नहीं।
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