सबसे बड़ा सवाल; हार्दिक ने तो कांग्रेस छोड़ दी, अब क्या नरेश पटेल कांग्रेस से जुड़ेंगे!?

सबसे बड़ा सवाल; हार्दिक ने तो कांग्रेस छोड़ दी, अब क्या नरेश पटेल कांग्रेस से जुड़ेंगे!?

गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस के आला नेताओं ने नरेश पटेल के साथ ब्रेकफास्ट किया

पिछले कुछ महीनों से गुजरात की राजनीति पाटीदार समाज के अग्रणी और खोडलधाम प्रमुख नरेश पटेल के आसपास गोमती नजर आ रही है। नरेश पटेल राजनीति में प्रवेश करने की अपनी इच्छा सार्वजनिक रूप से जाहिर कर चुके हैं। लेकिन वह किस राजनीतिक दल का दामन थामेंगे इसको लेकर सस्पेंस बना हुआ है। रोचक बात यह है कि नरेश पटेल प्रदेश के तीनों प्रमुख राजनीतिक दलों भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के कर्ताधर्ताओं के साथ प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से मिलते जुलते रहे हैं। उनके इसी अभिगम के कारण राजनीतिक पंडित यह कयास नहीं लगा पा रहे हैं कि आखिरकार नरेश पटेल के मन में क्या चल रहा है। मीडिया से बातचीत करते हुए नरेश पटेल हमेशा यही कहते हुए बच कर निकल जाते हैं कि वे अगले कुछ दिनों में अपना निर्णय सार्वजनिक कर देंगे।
पाटीदार समाज के युवा नेता हार्दिक पटेल भी पिछले कुछ दिनों से अपनी राजनीतिक बयानबाजी के कारण सुर्खियों में बने हुए थे। वह गुजरात प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जरूर थे लेकिन लंबे समय से वह पार्टी के प्रति अपनी नाराजगी प्रकट कर रहे थे। आखिरकार उन्होंने बुधवार को कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। अब वे अपना राजनीतिक कैरियर आगे बढ़ाने के लिए भारतीय जनता पार्टी का रुख करेंगे या आम आदमी पार्टी का दामन थामेंगे, यह देखना होगा। वैसे अहमदाबाद में हार्दिक ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा है कि मैं अभी भाजपा में नहीं हूं और जाने का कोई फैसला अभी तक नहीं लिया है। 
हार्दिक पटेल
वैसे राजनीतिक पंडितों का ऐसा मानना था कि यदि नरेश पटेल कांग्रेस पार्टी का दामन थाम ते हैं, तो पाटीदार समाज के सबसे बड़े नेता होने के कारण उनकी उपस्थिति में कांग्रेस के भीतर हार्दिक का वजन स्वतः ही कम हो जाएगा। नरेश पटेल कांग्रेस पार्टी का दामन थामेंगे ऐसी अटकल काफी लंबे समय से चल रही है। शायद इसीलिए हार्दिक पटेल बार-बार कह रहे थे कि नरेश पटेल को अपना निर्णय जल्दी से जल्दी सार्वजनिक करना चाहिए। दो दिन पहले हार्दिक पटेल ने नरेश पटेल के साथ व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की भी थी और मीडिया को भी संबोधित किया था। उसके अगले ही दिन उन्होंने त्यागपत्र दे दिया।
इधर ताजा घटनाक्रम यह है कि गुरुवार सुबह कांग्रेस पार्टी के प्रदेश के आला नेता परेश धनानी, ललित वसोया, ललित कगथरा आदि नरेश पटेल के निवास स्थान पर चाय नाश्ते के लिए गए हुए थे। ऐसे में यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि कांग्रेस पार्टी से नरेश पटेल की नज़दीकियां बनी हुई हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने मीडिया को दिये बयान में कहा है कि पार्टी ने नरेश पटेल को कांग्रेस में शामिल होने का न्यौता दिया है। अब फैसला उनको करना है। 
वैसे यह भी सर्वविदित है कि नरेश पटेल ने पिछले महीने ही एक समूह लग्न कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल के साथ मंच साझा किया था। ऐसे में अब देखना होगा कि नरेश पटेल आखिरकार अपनी राजनीतिक पारी किस दल के बैनर तले शुरू करते हैं। वैसे यह भी जगजाहिर है कि नरेश पटेल जिस किसी दल में जाएंगे उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा काफी बड़ी है। ऐसे में जो दल उनकी राजनीतिक अपेक्षाओं की पूर्ति करने में सक्षम होगा, वह वहीं का रुक करेंगे। हालांकि जहां तक चुनाव का संबंध है जनता उन्हें कितना समर्थन देती है यह आने वाला समय ही बताएगा।