गुजरात : कांग्रेस से खफा खेडब्रम्हा के विधायक अश्विन कोटवाल 2500 समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल

गुजरात : कांग्रेस से खफा खेडब्रम्हा के विधायक अश्विन कोटवाल 2500 समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल

खेड़ब्रह्मा विधायक अश्विन कोटवाल अगर बीजेपी में शामिल हुए है तो बीजेपी को फायदा होगा और कांग्रेस को जोरदार झटका लगेगा

विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राजनीति गर्म होती जा रही है। बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के असंतुष्ट कार्यकर्ता और नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। फिर एक और दिग्गज कांग्रेस नेता और खेड़ब्रह्मा के विधायक अश्विन कोटवाल बीजेपी में शामिल हो गए। खेड़ब्रह्मा विधायक अश्विन कोटवाल ने भाजपा कार्यालय कमलम में  भगवा दुपट्टा धारण किया। 
खास बात यह है कि खेड़ब्रह्मा विधायक अश्विन कोटवाल अगर बीजेपी में शामिल हुए है  तो बीजेपी को फायदा होगा और कांग्रेस को जोरदार झटका लगेगा। क्योंकि खेड़ब्रह्मा सीट लंबे समय से कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही है। कांग्रेस यहां पिछले तीन कार्यकाल से जीत रही है। यानी इस सीट को कांग्रेस की मजबूत सीट कहा जाता है, लेकिन अब जब अश्विन कोटवाल बीजेपी में शामिल हो गए हैं तो कांग्रेस को झटका लगेगा।
गौरतलब है कि अश्विन कोतवाल का उत्तर गुजरात कांग्रेस के आदिवासी इलाकों में काफी अच्छा दबदबा है। अश्विन कोटवाल अगर बीजेपी में शामिल हो गये हैं तो बीजेपी इस इलाके में अपना अच्छा दबदबा कायम कर सकती है। वहीं दूसरी ओर पार्टी में फूट और उत्तर गुजरात के एक दिग्गज नेता की नाराजगी के चलते कांग्रेस को खेड़ब्रह्मा में वोटरों को आकर्षित करने के लिए लोहे का चना चबाना पड़ सकता है। अश्विन कोटवाल ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है और औपचारिक रूप से भाजपा का भगवा दुपट्टा ग्रहण कर लिया है। भारतीय जनता पार्टी में अश्विन कोटवाल का भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने स्वागत किया है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से असंतुष्ट कांग्रेसी नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं। एक और विधायक के बीजेपी में शामिल होने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। अश्विन कोतवाल के भाजपा में शामिल होने की चर्चा लंबे समय से चल रही है, लेकिन अंत में अश्विन कोतवाल ने भाजपा को समर्थन देने का अंतिम निर्णय लिया और वह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की उपस्थिति में आज औपचारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस पर एक-एक कर वार हो रहे हैं। आने वाले दिनों में देखना होगा कि कांग्रेस से असंतुष्ट नेताओं को कांग्रेस मनाने में कामयाब होती है या नहीं।