
वलसाड : मरने के बाद भी अंगो का दान कर के युवक ने बचाई तीन लोगों की जान, हर कोई कर रहा है प्रणाम
By Loktej
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डोकटरों के काफी प्रयास के बाद भी होश में नहीं आया था यश, जिसके चलते परिवार की अनुमति लेकर उसे ब्रेन डेड घोषित कर ऑर्गन डोनेट किए गए
मृत्यु के बड़ा जीना पूरी तरह से असंभव है। हालांकि वलसाड जिले के उमरगाम के परिवार ने अपने बेटे की मौत होने के बाद भी उसे जीवित रखा है। उत्तरप्रदेश से स्थायी होने के लिए उमरगाम में स्थायी यश वर्मा नामक युवक अपनी दुकान बंद कर के घर पर आ रहा था। इसी दौरान उमरगाम कोस्टल हाइवे पर वह गंभीर एक्सीडेंट का शिकार बना था और उसे सर के हिस्से में तेज चोट आई थी। जिसके चलते वह ब्रेन डेड हो गया था।
डॉक्टरों के काफी प्रयास के बाद भी उसे होश में ना लाया जा सका। जिसके चलते डॉक्टरों ने यश के परिवार से बात कर उसके ऑर्गन डोनेट करने की सलाह दी। यश के परिवार वाले भी इस बात को लेकर मान गए। जिसके बाद कड़ी पुलिस निगरानी में ग्रीन कॉरीडोर बनाकर की यश की दोनों किडनी और लीवर अहमदाबाद में भेजी गई थी। छोटी सी उम्र में चले जाने वाले यश की कमी तो कोई भी पूरी नहीं कर सकेगा। हालांकि उसके अंगो से यदि किसी को जीवन मिलता है तो इस तरह से वह भी जिंदा रहेगा, यह सोचकर उन्होंने उसके अंगदान की बात को अनुमति दी।
हालांकि उनकी इच्छा है कि जिन लोगों को यह ऑर्गन डोनेट करने वाले है उनकी जानकारी यश के परिवार वालों को दी जा सके। जिसके चलते वह उन्हें मिल सके। दुनिया को अलविदा करने के बाद भी यश ने तीन लोगों को नई जिंदगी दी है, यह देखकर उसका परिवार भी काफी खुश है।
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