અમને કોરોના વોરિયર્સના સર્ટિફિકેટનું શું કામ ભઈ? હડતાળ પર ઉતરેલા ગુજરાતના ડોક્ટર થયાં ગળગળા | VTV Gujarati#Rajkot #doctorsstrike pic.twitter.com/FCSuX8k2kb
— VTV Gujarati News and Beyond (@VtvGujarati) April 4, 2022
गुजरात : जानिए गांधीनगर में स्वास्थ्य कर्मियों ने क्यों किया विरोध प्रदर्शन और पुलिस ने काहे गिरफ्तार किया
By Loktej
On
ग्रेड पे और प्रमोशन सहित के मुद्दे लेकर सत्याग्रह छावनी में एकत्रित हुये डॉक्टर और आरोग्य कर्मचारी
गुजरात की राजधानी गांधीनगर में आरोग्य कर्मचारी और सरकारी डॉक्टरों द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। गांधीनगर सत्याग्रह छावनी में डॉक्टरों और आरोग्य कर्मचारी अपनी पहले की मांगों को पूर्ण ना किए जाने के चलते फिर एक बार सरकार के खिलाफ हो गए है। विरोध प्रदर्शन के दौरान एकत्रित हुये कुछ आरोग्य कर्मचारियों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है।
गुजरात के 10 हजार से भी अधिक सरकारी डॉक्टर इस विरोध प्रदर्शन में उतर चुके है। आरोग्य कर्मचारियों और डॉक्टरों की मांग है की पिछले तीन सालों से आरोग्य कर्मचारियों के ग्रेड पे में जो संशोधन नहीं हुआ है वह संशोधन किया जाये। इसके अलावा कोरोना वोरियर्स के तौर पर उन्हें भत्थे देने की, पुरानी पेंशन योजना शुरू करने की और प्रमोशन सहित की उनकी जो पुरानी मांगे थी वह पूरी की जाये।
हड़ताल और विरोध प्रदर्शन करने वाले डॉक्टरों ने बताया की उनकी मांग वाजबी होने के बावजूद अब तक हल नहीं की गई है। इस हड़ताल में मेडिकल टीचर्स असोशिएशन, GMERS फेकल्टी असोशिएशन, गुजरात इनसर्विस डॉक्टर्स असोशिएशन, GMS क्लास 2 मेडिकल ओफिसर्स असोशिएशन, ESIS डॉक्टर्स असोशिएशन के डॉक्टर्स शामिल है। डॉक्टरों द्वारा जिन चीजों की मांग की जा रही है वह कुछ तरह है :
-> एडहॉक सेवाओं को नियमित करने की मांग
-> 12 सालों से रुकी बढ़ती करने की मांग
-> सरकारी मेडिकल कॉलेज में खाली पड़ी 400 पोस्ट भरी जाये
-> रिटायर्ड हुये डॉक्टर्स और शिक्षकों को तात्कालिक पेंशन दी जाए
-> डॉक्टर्स की कांट्रैक्ट बेसिस पर भर्ती को बंद कर के उसे नियमित की जाये
इसके अलावा आरोग्य कर्मचारियों द्वारा भी मांग की गई है कि नर्स, FHW, लेब टेकनीशियन सहित के स्टाफ भी अपनी ग्रेड पे की मांग लेकर आए थे। आरोग्य कर्मचारियों को कहना था की उनका ग्रेड पे 1900 से बढ़ाकर 2800 की जाए तथा पुरानी पेंशन योजना फिर से शुरू की जाए। इसके अलावा प्रमोशन सहित उनकी जो मांग रोकी गई है उन्हें भी जल्द से जल्द पूर्ण किया जाए।