गुजरात के इस गाँव निकली एक कुत्ते की अंतिम यात्रा, जानें आखिर क्यों था वह इतना खास

गुजरात के इस गाँव निकली एक कुत्ते की अंतिम यात्रा, जानें आखिर क्यों था वह इतना खास

पुष्पांजलि अर्पण कर गाँव की महिलाओं ने रामधुन के साथ श्वान को दी श्रद्धांजलि

गुजरात में महेसाणा के कड़ी स्थित करणनगर में निकली एक अंतिम यात्रा पूरे इलाके में चर्चा का कारण बन गई है। कड़ी के नजदीक आए करणनगर में भूरिया नाम के श्वान को श्रद्धांजलि देने गाँव के सभी लोग उमट पड़े। गाँव में ही घूमने वाले भूरिया नाम के इस श्वान के कुदरती मृत्यु के बाद गाँववालों ने उसकी अंतिमविधि की थी।
आज रविवार को गाँव की महिलाओं ने भूरिया नामक इस श्वान के लिए पुष्पांजलि अर्पण कर रामधून के साथ श्रद्धांजलि दी। इस तरह से गाँव वालों ने श्वान के प्रति अपने प्यार को दिखाकर कई लोगों को एक नया पाठ दिया है। आए दिन समाचारों में कुत्ते को मारने की घटना सामने आती ही रहती है, ऐसे में यह घटना उन लोगों के लिए एक सबक के समान है।
भूरिया के बारे में बताते हुये गाँव वालों का कहना है कि वह कभी भी गाँव या बाहर से आने वाले महेमानों के सामने भौंकता नहीं था। गाँव के ही एक सदस्य ने बताया कि श्रद्धांजलि के बाद उसकी बारवीं कि विधि भी की जाएगी। आम तौर पर यह सारी विधियाँ मनुष्य के आत्मा के मोक्ष के लिए की जाती है। हालांकि गाँव के लोग भूरिया को इतना प्यार और सम्मान देते है कि उसके लिए भी यह सारी विधि कि जा रही है।