भक्ति है तो शक्ति है; हाथ में दिया लेकर जनाब चढ गए गिरनार की 5000 सीडियां

भक्ति है तो शक्ति है; हाथ में दिया लेकर जनाब चढ गए गिरनार की 5000 सीडियां

भारत में भगवान के प्रति लोगों के भक्ति के मायने काफी अलग है। यहां भक्त भगवान की भक्ति के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। ईश्वर में अटूट आस्था रखने वाले लोग कभी-कभी ऐसे काम कर जाते हैं जो लोगों के बीच चर्चा का कारण बन जाते है। हाल ही में गिरनार पर्वत पर तेजी से चढ़ जाने वाले एक श्रद्धालु का वीडियो सामने आया था। ऐसे में गिरनार से भक्ति की अनूठी मिसाल का एक और मामला सामने आया है। यहाँ एक भक्त अम्बे माता की असीम भक्ति के साथ एक हाथ में जलता हुआ दीपक लेकर गिरनार की 5000 सीढ़ियाँ चढ़ गया। 
गिरनार के हर कदम पर माताजी की भक्ति और शक्ति की अनुपम मिसाल देखने को मिलती है। यहाँ आने वाले हर भक्त की कहानी कुछ अलग ही होती है। गिरनार पर्वत पर बिराजमान माँ अम्बा पर अटूट आस्था रखने वाले एक भक्त ने ऐसा काम किया कि उसकी भक्ति की चर्चा अब चारों और हो रही है। आरबटिंबड़ी गांव के एक भक्त रवजीभाई गेवरिया, माताजी में विशिष्ट रूप से विश्वास करते थे, और इसे पूरा करने के लिए गिरनार पहुंचे। 
रवजीभाई ने हाथ में दीया जलाकर पांच हजार सीढ़ियां चढ़कर माता के दर्शन करने पहुँच गए थे। उन्होंने हाथ में जलता हुआ दीप जलाकर मां अम्बे के प्रति अनुपम भक्ति दिखाई। उन्होंने जलते हुए दीप से मंदिर में मां अम्बा के दर्शन किए और माताजी की आरती की। उल्लेखनीय है कि गिरनार पर मौजूद माँ अंबे के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु कई प्रकार से की मानता रखकर आते है। गिरनार में रोपवे की सुविधा होने के बावजूद कई भक्त सीढ़ियां चढ़कर अपनी मनोकामना पूर्ण करने की इच्छा रखते है और वह बिना रोपवे का इस्तेमाल किए ही माता के दर्शन करना पसंद करते है।