गुजरात : मुख्यमंत्री राज्य स्तर के स्वागत ऑनलाइन जन शिकायत निवारण कार्यक्रम में सुनी आम जनता की शिकायतें

गुजरात :  मुख्यमंत्री  राज्य स्तर के स्वागत ऑनलाइन जन शिकायत निवारण कार्यक्रम में सुनी आम जनता की शिकायतें

ग्राम, तहसील और जिला स्तरीय स्वागत कार्यक्रम में ही शिकायतों के निवारण की आदर्श स्थिति का निर्माण करें ताकि किसी को राज्य स्वागत में आना ही न पड़ेः मुख्यमंत्री

राज्य, जिला, तहसील और ग्राम स्वागत में कुल मिलाकर 1180 अभ्यावेदनों का सुखद निवारण 
मुख्यमंत्री  भूपेंद्र पटेल ने जिला अधिकारियों से आम लोगों की शिकायतों और समस्याओं का न्यायोचित तरीके से और समय पर निवारण करने का अनुरोध किया है। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि समस्याओं और शिकायतों को लेकर जनता की गुहार के उचित निराकरण के लिए तकनीक के उपयोग से शुरू किया गया स्वागत ऑनलाइन जन शिकायत निवारण कार्यक्रम अब कोरोना संक्रमण की स्थिति सामान्य होने के कारण नियमित रूप से आयोजित हो यह जरूरी है। 
उल्लेखनीय है कि नागरिकों की शिकायतों और मुद्दों का तकनीक के जरिए संवाद एवं मार्गदर्शन के मार्फत निवारण करने का यह ‘स्वागत’ (स्टेट वाइड अटेंशन ऑन पब्लिक ग्रिवेंसिस बाई एप्लीकेशन टेक्नोलॉजी) कार्यक्रम प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में अपने मुख्यमंत्रित्व काल के दौरान वर्ष 2003 से शुरू कराया है।  स्वागत कार्यक्रम के अंतर्गत हर महीने के चौथे गुरुवार को आयोजित होने वाले राज्य स्वागत में मुख्यमंत्री नागरिकों की शिकायतें सुनते हैं। तद्नुसार, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार को गांधीनगर में राज्य स्तर के स्वागत कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की जनसंपर्क इकाई के स्वागत कक्ष में प्रार्थियों की शिकायतें प्रत्यक्ष रूप से सुनी। राज्य स्वागत में मुख्यमंत्री के समक्ष 9 प्रार्थियों ने अपनी शिकायतें रखीं। इसके अलावा, जिला स्तर के स्वागत कार्यक्रम में 223, ग्राम स्वागत में 76 और तहसील स्वागत में 1150 समेत कुल मिलाकर 1458 शिकायतें स्वागत कार्यक्रम के अंतर्गत प्राप्त हुईं। इन शिकायतों में से 1180 का सुचारू रूप से निराकरण किया गया। 
मुख्यमंत्री  भूपेंद्र पटेल ने इस राज्य स्वागत में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जुड़े जिला प्रशासन के अधिकारियों को मार्गदर्शन देते हुए कहा कि स्थानीय स्तर पर आदर्श स्थिति को बनाए रखने के लिए यह सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है कि शिकायतों व समस्याओं का समाधान ग्राम, तहसील और जिला स्तर पर ही हो जाए ताकि किसी प्रार्थी को राज्य स्वागत में आना ही न पड़े। 
स्वागत कार्यक्रम में प्रस्तुत की जाने वाली शिकायतों और समस्याओं को संबंधित विभागों के प्रमुखों को ऑनलाइन भेजा जाता है, इसका उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे अभ्यावेदनों का नियम समय में निस्तारण और उससे संबंधित जानकारी को भी ऑनलाइन की जाए तथा नोडल अधिकारी अनिवार्य रूप से उसकी निगरानी की व्यवस्था करें। मुख्यमंत्री  भूपेंद्र पटेल के राज्य शासन का दायित्व संभालने के बाद आयोजित इस प्रथम राज्य स्वागत कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव  के. कैलाशनाथन, अतिरिक्त मुख्य सचिव पंकज जोषी, मुख्यमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ सचिव उपस्थित थे। 
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