वापी : पैसों की बारिश कराने के नाम पर ठगों ने लूटे डेढ़ लाख रूपये, पुलिस ने एक को हिरासत में लिया

वापी : पैसों की बारिश कराने के नाम पर ठगों ने लूटे डेढ़ लाख रूपये, पुलिस ने एक को हिरासत में लिया

अमीर बनाने के लालच में गवाएं अपने पैसे, पुलिस कर रही है अन्य आरोपियों की तलाश

कहते हैं जहां बेवकूफ और लालची लोग रहते है वहां धोखेबाज भूखे नहीं मरते! ऐसा ही एक मामला वापी में सामने आया है जो इस कहावत को सार्थक बनाता है। वापी के डूंगरा थाने में अजीबो-गरीब शिकायत दर्ज कराई गई है। जिसमें एक ठग गिरोह ने वापी के छारवाड़ा में रहने वाले एक शख्स को शमशान में रस्म अदा करके पैसों की बारिश कराने का लालच देकर1।5 लाख रुपये लेकर भाग गए। अपने साथ ठगी हो जाने के बाद पीड़ित ने वापी डूंगरा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कार्रवाई तेज कर एक ठग को सलाखों के पीछे डाल दिया है जबकि बाकी दो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जांच की जा रही है।
आपको बता दें कि एक ओर जहां युग तेजी से तकनीक की ओर आगे बढ़ रहा है, दुनिया में विभिन्न तकनीकों का आविष्कार हो रहा है और दुनिया विकसित हो रही है वहीं आज भी बहुत से लोग अंधविश्वास के कारण धोखेबाजों का शिकार बन रहे है। ऐसे बहुत से लोग है जो आपको एक पल में करोड़पति बनाने की योजना बता सकते है, ऐसे में आप या तो उस व्यक्ति को ठग समझेंगे या मानसिक रूप से विक्षिप्त लेकिन वापी के सलवा में रहने वाले प्रतीक महावंशी नाम के युवक ने बहुत सारे पैसों की लालच में आ कर डेढ़ लाख रुपये गंवा दिए। प्रतीक के नाम से मशहूर विजय मोरिया और नरेश ने उन्हें अंधविश्वास की बातों में फँसा कर उससे पैसे लूट लिए।
जानकारी के अनुसार ठगों ने प्रतीक को बताया कि अनावल के रहने वाले तांत्रिक हरि बापू धन की वर्षा करने के लिए श्मशान घाट पर अनुष्ठान करते हैं और इसके लिए उन्हें डेढ़ लाख रुपये नकद लेकर अनुष्ठान में बैठना पड़ता है। प्रतीक उनकी बातों में आ गया और पैसे लेकर तांत्रिक को बुला लिया। अनुष्ठान करने बैठे हरिबापू समेत अन्य आरोपी श्मशान घाट से पैसे लेकर चंपत हो गये। जबकि प्रतीक रात के अंधेरे में शमशान में बैठा सपना देख रहा था कि वह कुछ ही पलों में अमीर हो जाएगा। हकीकत सामने आने पर प्रतीक के होश उड़ गए। उसने नरेश और विजय से संपर्क करने की कोशिश की। हालांकि, जब उन लोगों का मोबाइल फोन बंद आया तो प्रतीक को एहसास हुआ कि उसे धोखा दिया गया है। फिर प्रतीक ने पुलिस का सहारा लिया। पुलिस हरि बापू विजय समेत अन्य साथियों की तलाश कर रही है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी ऐसे ठग नए-नए बहाने और अजीबोगरीब हथकंडे लेकर लोगों को लुभाकर उनको ठगते रहते है। हालांकि, ऐसा किसी भी अनुष्ठान के लिए संभव नहीं है लेकिन फिर भी बहुत से लोभी प्रवृति के लोग पैसे की लालच में ऐसे बदमाशों के जाल में फंस जाते हैं और ठगी का शिकार हो जाते है।