सूरत पहुंचे पूर्व CM विजय रुपानी बोले, ‘मेरे और पाटिल के बीच कोई मतभेद नहीं!’

सूरत पहुंचे पूर्व CM विजय रुपानी बोले, ‘मेरे और पाटिल के बीच कोई मतभेद नहीं!’

गुजरात में पिछले दिनों भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री और पूरे के पूरे मंत्रिमंडल में बदलाव किया गया। विजय रुपानी की जगह पर भूपेन्द्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाया गया और मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों को भी बदल कर नये और युवा चेहरों को सत्ता दी गई। कई दिग्गज भाजपा नेता जो मंत्री पद पर काबिज थे, ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उनके बिना भी सरकार का अस्तित्व हो सकता है। लेकिन अगले साल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एंटी इनकंबेसी की वजह से नुकसान न हो इसके लिये इस प्रकार से नेतृत्व परिवर्तन किया गया। इस पूरे घटनाक्रम के बाद भी भाजपा में संगठन स्तर पर‌ किसी ने उफ तक नहीं की। कहीं कोई विरोध का स्वर खुल कर नहीं उभरा। फिर राजनीतिक हलकों में चर्चा थी कि पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी इस प्रकार से सत्ता परिवर्तन से खुश नहीं हैं। हालांकि इस सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल का पार्टी पर वर्चस्व और मजबूत अवश्य हुआ है। 
इन्हीं राजनीतिक हालातों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी रविवार को सूरत के दौरे प थे। दाउदी व्होरा समाज के धर्मगुरु को मिलने सूरत पहुंचे विजय रूपानी ने अपनी सूरत की यात्रा के दौरान वर्तमान में चल रही राजनीतिक अटकलों को शांत करने का प्रयास किया। अपने बयान में उन्होंने कहा कि मेरे और सीआर पाटिल के बीच कोई मतभेद नहीं हैं। हम सब कार्यकर्ता के रूप में साथ में मिलकर काम करते हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल को मेरा संपूर्ण सहयोग रहेगा। एक कार्यकर्ता के रूप में मैं उनके साथ कार्य करता रहूंगा।
गौरतलब है कि सी आर पाटिल के लिये आने वाला विधानसभा चुनाव राजनीतिक रूप से चुनौतीपूर्ण है। आने वाले चुनावों में पिछले चुनाव की तुलना में भाजपा को प्रदर्शन में सुधार की दरकार है। पिछले चुनाव में भाजपा को प्रदेश की कुल 182 सीटों में से 99 सीटें मिलीं थी और कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं। पिछले दो दशकों में भाजपा का ये सबसे खराब प्रदर्शन था। अब आने वाले चुनाव में पाटिल को अपना राजनीतिक कद बढ़ाने के लिये जीत सुनिश्चित करना अनिवार्य है।