गांधी आश्रम के रिडेवल्पमेंट प्लान के खिलाफ हाईकोर्ट में पहुंचे गांधीजी के परपौते, जानें क्या कहा

गांधी आश्रम के रिडेवल्पमेंट प्लान के खिलाफ हाईकोर्ट में पहुंचे गांधीजी के परपौते, जानें क्या कहा

गांधी आश्रम से जुड़े 6 ट्रस्ट को भी बनाया निशाना

सरकार द्वारा गांधी आश्रम के रिडेवल्पमेंट को लेकर गांधी जी के परपौते गुजरात हाईकोर्ट पहुंचे है और अपनी अर्जी में गांधी आश्रम का रिडेवल्पमेंट ना करवाने की मांग की है। गांधी जी के परपौते तुषार गांधी ने कहा की गांधी आश्रम एक ऐतिहासिक महत्व रखने वाली जगह है, जहां गांधीजी के लाखों ऐतिहासिक संस्मरण है। यदि मूल आश्रम की कायापलट की जाती है तो गांधीवादियों की भावनाओं को भी ठेस पहुँच सकती है। इसके अलावा तुषार गांधी द्वारा किए गए आवेदन में यह भी कहा गया की 70 सालों से उस इलाके में रहने वाले आश्रमवासियों को भी अन्य जगह भेजने का निर्णय भी असंवेधानिक है। इस तरह से आश्रम का रिडेवल्पमेंट गांधीजी द्वारा बनाए गए सिद्धांतों का गला घोटने जैसा ही होगा। 
तुषार गांधी ने इस मामले में गांधी आश्रम के साथ जुड़े हुये 6 ट्रस्ट को भी निशाना बनाया था। तुषार ने कहा की गांधीजी के सिद्धांतों के लिए इन ट्रस्ट द्वारा भी कोई आवाज नहीं उठाई जा रही। यदि आज गांधीजी खुद जिंदा होते तो सरकार के इस निर्णय के खिलाफ खुद ही उपवास पर बैठ जाते। सरकार द्वारा आश्रम को अपने अधिकार में लिया जा रहा है, जो की पूरी तरह असंवेधानिक है।
बता दे की सरकार द्वारा गांधी आश्रम की मूल स्थिति को बनाए रखने के साथ-साथ उसे विश्व कक्षा का बनाने के लिए 1200 करोड़ का प्रोजेक्ट शुरू किया जाने वाला है। इसके लिए गांधी आश्रम को अन्य जगह शिफ्ट किया जा रहा है, जिसके लिए सरकार द्वारा 55 एकर की जमीन आवंटित की जाएगी। इसके अलावा पूरे इलाके को सायलंट जॉन जाहीर किया जाएगा। गांधी आश्रम के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के समाधिस्थल का भी विकास किया जाएगा। इन सबके अलावा पूरे इलाके में गौशाला ट्रस्ट और खादी भवन का भी विकास किया जाएगा।