गुजरात : फाटक बंद रहने के कारण 20 मिनट तक फंसी रही एम्ब्यूलेंस, चोटिल व्यक्ति की हुई मौत

गुजरात : फाटक बंद रहने के कारण 20 मिनट तक फंसी रही एम्ब्यूलेंस, चोटिल व्यक्ति की हुई मौत

देवका गाँव के पास पलटे छकड़े में बैठे 6 लोग हुये चोटिल, एम्ब्युलेंस के जाने तक फाटक खोलने की विनंती भी नहीं मानी रेलवे कर्मचारी ने

सड़क पर आए दिनों दुर्घटना के मामले सामने आते रहते है। कई बार समय पर इलाज ना मिल पाने के कारण घायल व्यक्ति की मौत हो जाने के किस्से भी सामने आए है। कई बार समय पर एम्ब्यूलेंस ना पहुँचने की भी कई घटनाएँ भी सामने आई है। एक ऐसी ही घटना अमरेली के राजुला में सामने आई है, जहां दुर्घटना के कारण चोटिल एक व्यक्ति को रास्ते में रेलवे फाटक बंद होने के कारण काफी समय तक रुकना पड़ा। 20 मिनट तक रेलवे फाटक पर एम्ब्यूलेंस के अंदर रहे चोटिल व्यक्ति की मौत हुई थी।  

रिपोर्ट के अनुसार, अमरेली राजुला के देवका गाँव में एक छकडा पलट गया था। जिसके कारण उसमें बैठे 6 लोग चोटिल हो गए थे। दुर्घटना के चलते रास्ते पर काफी लोग जमा हो गए थे और चोटिल लोगों को तात्कालिक इलाज के लिए अस्पताल ले गए थे। घटना में गंभीर रूप से घायल हुये जोधा राठौड़ को जब एम्ब्यूलेंस के जरिये राजुला सिविल अस्पताल ले जाया जा रहा था। तभी वह रेलवे फाटक के पास से गुजरते समय फाटक बंद हो गया था। फाटक बंद होने के कारण एम्ब्यूलेंस को पीपावाव रेलवे फाटक के पास 20 मिनट तक रुकना पड़ा था। 
रेलवे के कर्मचारियों ने मालगाड़ी जाने के कारण फाटक को 20 मिनट तक बंद रखा था। जिसके चलते राजुला तालुका पंचायत के पूर्व कारोबारी चैरमेन को होने पर वह घटनास्थल पर पहुंचे थे और एम्ब्यूलेंस के जाने तक फाटक खोलने की विनंती की थी। पर रेलवे के कर्मचारी कोई बात सुनने को तैयार नहीं थे। आखिर तक रेलवे के कर्मचारियों ने फाटक नहीं खोला था। जिसके चलते 108 में मौजूद जोधा सोलंकी की मौत हो गई थी।