स्कूली बच्चों का दादा-दादी को पत्र; ‘आपके लिये न सही, हमारे लिये वैक्सीन लगवा लो!’

स्कूली बच्चों का दादा-दादी को पत्र; ‘आपके लिये न सही, हमारे लिये वैक्सीन लगवा लो!’

वैक्सीन के प्रति लोगों की उदासीनता को देखते हुये करवाई गई अनोखी पहल

देश में कोरोना की दूसरी लहर के कारण स्थिति बहुत गंभीर बनी हुई है। दिन-ब-दिन कोरोना संक्रमित मामलों की संख्या बढ़ती जा रही हैं। हाल ही के दिनों में हर दिन रिकॉर्ड नए संक्रमित मामले सामने आ रहे हैं। कई राज्यों में संक्रमित मरीजों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे हैं वहीं दूसरी ओर ऑक्सीजन की भारी कमी देखी जा रही हैं।साथ ही हर दिन मरने वालों की संख्या बढ़ रही हैं।  कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही दवाओं की कालाबाजारी भी हो रही है। इस बीच सरकार ने पहले 45 साल से अधिक उम्र वालों के लिए और एक मई से 18 से 44 साल वालों के लिए वैक्सीनेशन शुरू करा दिया हैं।
एक ओर जहाँ वैक्सीनेशन को लेकर एक वर्ग बहुत उत्साहित दिखा और समयसर वैक्सीन लगवा लिया वहीं एक वर्ग ऐसा भी हैं जिसने वैक्सीन को लेकर बहुत सी गलत धारना बना रही हैं। ऐसे लोगों में बड़ी उम्र के लोगों का भी नाम हैं। ऐसे बहुत से लोग हैं जो 45 साल से ऊपर के हैं पर उन्होंने वैक्सीन लगवाने से इंकार कर लिया। सबसे बड़ी बात हैं कि इन लोगों को समझाना भी बहुत कठिन काम हैं। ऐसे में राजकोट के विद्यालयों ने बड़ा कदम उठाया हैं। विद्यालय ने अपने कक्षा के छात्र-छात्राओं को बुलाकर अपने दादा-दादी के लिए पत्र लिखकर उन्हें वैक्सीन लेने के लिए मनाने के लिए कहा।
जानकारी के अनुसार, लोगों में वैक्सीन के प्रति उदासीनता को देखते हुए तालुका विकास अधिकारी, मामलातदार और आरोग्य अधिकारियों ने सरकारी प्रधानाचार्यों के साथ बैठक करके वैक्सीनेशन की गति को तेज करने पर ध्यान देने के लिए कहा। ऐसे में लगभग 45 सरकारी और निजी विद्यालयों ने आपसी बैठक के बाद ये फैसला किया कि जो बुजुर्ग वैक्सीन लेने से कतरा रहे हैं उन्हें उनके पोते-पोतियों के द्वारा पत्र लिखकर वैक्सीन के लिए राजी करने की कोशिश की जाएगी। ऐसे में बच्चों ने पत्र लिखकर अपने दादा-दादी और उनके उम्र के लोगों को वैक्सीन लगवाने की विनंती की।