वापी : जब अदालत में पेश हुए फर्जी आरोपी और सरकारी वकील को हो गया शक, जानें फिर क्या हुआ

मुख्य आरोपी की जगह खड़ा हुआ था अन्य व्यक्ति, प्रूफ मांगने पर भांडा फूटा

वापी की कोर्ट में वकील के साथ षड्यंत्र करके नकली आरोपी को कोर्ट में ले जाने का मामला पकड़ आया है। इस मामले में वकील के साथ तीन लोगों के खिलाफ रजिस्ट्रार ने शिकायत दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की है। सरकारी वकील को आरोपी पर शक होने के आधार पर उन्होंने जांच की जिसमें कि यह भांडा फूट गया। वापी के प्रिंसिपल सीनियर सिविल कोर्ट में 9 मार्च को एक्सिडेन्ट के मामले की सुनवाई चल रही थी जिसमें कि आरोपी नजीर जुलेला चौधरी मुख्य आरोपी नजीर अहमद कल्लन के तौर पर उपस्थित हुआ था। 
शक के आधार पर भांडा फूट गया
कोर्ट की कार्यवाही के दौरान पीपी एपी खंभाती को शक हुआ तब उन्होंने आरोपी से पूछताछ शुरू की जिसके आधार पर आरोपी के पहचान के सभी सबूत देने की मांग की गई थी। कोर्ट ने इसे मान लिया और इसके बाद पीपी एपी खंभाती ने कोर्ट में मौजूद आरोपी का आधारकार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस चेक किए। जो की कोर्ट में जमा किए दस्तावेजों से मैच नहीं खा रहे थे, जिससे की उनका भांडा फुट गया। उपस्थित आरोपी को अपनी पहचान के लिए सिग्नेचर करने को कहा गया तो उसने अंगूठा मारता है ऐसा कहा, जबकि पहले से दाखिल किए गए केस में आरोपी ने हस्ताक्षर किए थे। इसके अलावा दोनों के फोटो भी अलग दिख रहे थे। 
तीनो के खिलाफ शिकायत दर्ज
प्राथमिक जांच के बाद आरोपी नजीर अहमद कल्लन, नजी जुलेला चौधरी तथा एडवोकेट जगत पटेल ने साथ मिलकर गलत व्यक्ति को आरोपी के तौर पर हाजिर किया था, यह साबित हुआ। इस केस में मुख्य आरोपी नजीर अहमद कल्लन है। भांडा फूटने के बाद कोर्ट ने तीनों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। उल्लेखनीय है कि 3 साल पहले वापी टाउन पुलिस के क्षेत्र में मुराई गांव के वेलस्पन कंपनी के सामने से लक्ष्मीकांत गंगा प्रसाद तिवारी नाम का शख्स बाइक लेकर जा रहा था तब आरोपी नजीर अहमद कल्लन जोर से ट्रक लाकर बाइक को टक्कर मार दी थी जिसमें कि रश्मि कांत तिवारी को गंभीर चोट लगी थी। इस मामले की जांच वापी पुलिस स्टेशन में चल रही थी और नजीर कल्लन के खिलाफ जांच पड़ताल की जा रही थी।
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