बहन की शादी के लिए पैसे की जरुरत थी, तो आरोपी ने सहयोगियों के साथ मिलकर दंपति की जान ली

बहन की शादी के लिए पैसे की जरुरत थी, तो आरोपी ने सहयोगियों के साथ मिलकर दंपति की जान ली

फर्नीचर का काम करने वाले ने अपने साथियों के साथ रेकी कर हत्या को अंजाम दिया

पुलिस अधिकारियों सहित सवा सौ से अधिक पुलिस अपराध निवारण में लगे थे
थलतेज में अकेले रहने वाले बुजुर्ग दंपति की हत्या और लूट के मामले में क्राइम ब्रांच ने मध्य प्रदेश से पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उसके पास से तमंचा, चाकू, 14 मोबाइल और दो बाइक जब्त की हैं। मुख्य आरोपी की बहन की शादी होने से पैसे की जरूरत थी होने पर अपने गुर्गों के साथ यह कृत्य किया। उसने पूर्व बूढ़े व्यक्ति के घर में एक फर्नीचर का काम किया था, जिससे घर के सदस्यों के बारे में जानकारी थी। दंपति का बेटा विदेश में था, इसलिए उसने घर से अच्छी रकम प्राप्त करने की उम्मीद के साथ साजिश रची।
क्राइम ब्रांच ने हत्या की वारदात में भरत कमलेश गौड़, राहुल उर्फ ​​गोलू गौड़, आशीष विश्वकर्मा, नितिन गौड़ और बृजमोहन उर्फ ​​बिरजू गौड़ को लूट विथ मर्डर में गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने 5 मार्च को थलतेज में हेबतपुर रोड पर शांति पैलेस के बंगले में रहने वाले अशोकभाई करशनभाई पटेल और उनकी पत्नी ज्योत्स्नाबेन पटेल की चाकू मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद, उसने  50,000 रुपये नकद, ज्योत्स्नाबेन के गहने और दो मोबाइल फोन मिलाकर कुल  2,45,000 रुपये का माल सामान लूट लिया था। 
घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी की जाँच करते समय, पुलिस ने दो व्यक्तियों को बाइक की सवारी करते हुए देखा। जिसका लोकेशन पुलिस को  घाटलोडिया जनतानगर  का मिला था। इसके अलावा, भरत गौड़ ने पहले अशोकभाई के घर में फर्नीचर का काम किया था। इसलिए उसने अन्य आरोपियों को अपने बंगले से चोरी करने के टिप्स दिए। भरत गौड़ ने 14 फरवरी से 24 फरवरी तक अशोकभाई के घर में फर्नीचर बनाने का काम किया। बाद में उसने अपने रिश्तेदार राहुल और साला नितिन को बंगले पर 8 बजे जाने का फैसला किया। बंगले पर जाकर बेल नीतिन के बजाने पर ज्योत्सनाबेन ने दरवाजा खोली थी। उसने फर्निचर का फोटो लेने की बहाना बनार अंदर प्रवेश किया था। बाद में आरोपियों ने घर में अशोकभाई से बातचीत की। बाद में, नितिन, ब्रिजमोहन और राहुल ने अशोकभाई का मुंह दबाया जिससे वे  बेहोश हो गए। इस बीच मारपीट का आवाज सुनकर ज्योत्सनाबेन पहली मंजिल से पूजा करते-करते आ रही थी। आशीष ने सीढ़ी के पास ज्योत्सनाबेन को मुंह दबा दिया, जबकि नीतिन ने ज्योत्सनाबेन के पेट एवं गले के भाग में चाकू मारकर हत्या कर दी।  उसके बाद, अशोकभाई को हॉल में बेहोश कर दिया गया और उसे अगले कमरे में ले जाकर नीतीन ने गले वार कर उनकी हत्या कर दी।  बाद में आरोपियों ने वहीं पर कपड़े बदले और वह कपड़ा एक बैग में भरकर भाग गये।
पुलिस अधिकारियों सहित सवा सौ से अधिक पुलिस अपराध निवारण में लगे थे
पुलिस ने एक बुजुर्ग दंपति की हत्या और लूट के आरोपियों को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमें बनाईं। जिसमें छह से सात पीएसआई और 125 से अधिक पुलिसकर्मियों को विविध काम में लगाया गया था।  इसके अलावा तकनीकी कर्मचारी अलग तरह से काम कर रहे थे। इस प्रकार सभी पुलिस का समन्वय से आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है।   
अशोकभाई और ज्योत्सना  बहन की हत्या करने के बाद नितिन, राहुल, आशीष और बृजमोहन दो बाइक पर ग्वालियर भाग गए थे। वे राजस्थान में उदयपुर के रास्ते अपने गृहनगर ग्वालियर भाग गए।
दो बाइक वडोदरा से चुराई थी औरचाकू  पावागढ़ से खरीदा था
आरोपियों द्वारा  अपराध में इस्तेमाल की गई दोनों बाइकें चोरी की थी। उन्होंने वड़ोदरा के गोत्री इलाके से दोनों बाइक चुराई थी और  हत्या में इस्तेमाल की गई चाकू पावागढ़ से खरीदा था।
आरोपियों के खिलाफ मोबाइल और चेन स्नेचिंग के कई आरोप दर्ज किए गए हैं। पुलिस जांच में पता चला है कि अहमदाबाद के बाहर आरोपियों के खिलाफ मोबाइल और चेन स्नेचिंग के कई मामले दर्ज किए गए है। पुलिस ने उसके पास से 20 मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं।
दोस्त ने कहा कि अगर चोरी करते समय मकान मालिक दिख जाये तो हत्या कर देना  
नितिन, राहुल, आशीष और बृजमोहन ने लूट की साजिश रची। उस समय, नितिन गौड़ ने अपने मित्र   रवि शर्मा उर्फ ​​पंडित से बात की थी। जिसमें रवि ने नितिन से कहा कि अगर दोनों मकान मालिक चोरी करते हुए दिख जाये, तो तुम उन्हें मार देना। इसके अलावा वारदात के समय चोरी के वाहन का उपयोग करने और चोरी करने के लिए पहले दिए गए देसी कट्टे को साथ रखने की सलाह दी।
भरत एवं राहुल की बहन की शादी में दो लाख की जरुरत होने से रची साजिश 
आरोपी भरत गौड़ और उसके भाई राहुल उर्फ ​​गोलू गौड़ की बहन निकिता की शादी ग्वालियर के रहने वाले अंकित गौड़ के साथ 25 अप्रैल, 2021 को होना तय था। शादी के लिए दोनों भाइयों को मिलाकर दो लाख रुपये पिताजी को देना था। इस तरह पैसे की जरुरत होने से भरत अशोकभाई के घर 14 से 24 फरवरी तक फर्निचर के काम से गया था। जहां वृद्ध दंपति अकेला रहने की जानकारी तथा उनका बेटा विदेश में रहने से अच्छी रकम मिलेगी ऐसा मानकर साजिश रची थी। 
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