गुंडों की ललकार पर तीसरीगली चला गया बंदा, 13 लोगों ने मिलकर मौत के घाट उतार दिया

पुराने झगड़े के चलते निमेष को मौत के घाट उतारा, अस्पताल में देर रात हुई मौत

बीलीमोरा के गौहरबाग इलाके में एक पुराने झगड़े के चलते 13 लोगों ने मिलकर आंतलिया गाँव के सरपंच के पुत्र को घातक हथियारों से मौत के घाट उतार दिया है। गाँव के सरपंच के बेटे को इस तरह बेरहमी से मारे जाने पर पूरी गाँव में हलचल मची हुई है। काफी लंबे समय से चल रही गैंगवॉर के चलते पुलिस ने तीसरी गली इलाके और आंतलिया में सख्त पुलिस बंदोबस्त रख दिया है। 

पिता की बात ना मानकर निमेष पहुंचा तीसरीगली

बीलीमोरा के नजदीक ही स्थित आंतलीया गाँव के सरपंच ललिताबेन पटेल का पुत्र निमेष छगनभाई पाटेक उंड़ाच गाँव के नजदीक वेल्डिंग का कारख़ाना चलता है। रात को 8 बजे निमेष को मनोज उर्फ पदा पाटील ने फोन करके कहा की यदि वह एक बाप की औलाद है तो तुरंत ही तीसरीगली के पास आ जाए। मनोज की बात सुनकर निमेष का दिमाग ठनका और वह अपनी गाड़ी उठाकर वहाँ से निकल पड़ा। निमेष के पिता ने उसे ना जाने को भी समझाया, पर फिर भी उसने अपने पिता की एक नहीं मानी। अपनी बात नहीं मानकर पुत्र निकल गया तो पिता भी अपनी एक्टिवा चालू करके उसके पीछे निकल पड़े। 

पुत्र के पीछे निकले छगनभाई ने पुत्र को देखा बुरी हालत में 

छगनभाई जब तीसरीगली के नाके पर पहुंचे तो उन्होंने वहाँ काफी भीड़ जमा देखी। भीड़ में से रास्ता कर के जब छगन भाई अंदर गए तो वहाँ निमेष बीच रोड पर लहूलुहान पड़ा था। उसके हाथ, पैर और सर में से खून निकल रहा था। इसी दौरान भीड़ में से किसी ने 108 एम्ब्युलेंस को फोन कर दिया था। एम्ब्युलेंस आते ही छगन भाई पुत्र निमेष को रेलवे स्टेशन के नजदीक आए निजी अस्पताल में ले गए थे। जहां निमेष का भाई कल्पेश और परिवार के अन्य सदस्य भी पहुंचे थे। इस दौरान निमेष ने अपने पिता से बताया कि उसे मनोज उर्फ पदा, भौतिक उर्फ भावू और अन्य लोगों ने मिलकर मारा हैं। पदा ने कुल्हाड़ी से उसके पैर पर हमला किया था तथा अन्य चार से पाँच जन ने मिलकर उसके हाथ पैर पर हमल किया था। 

देर रात हुई निमेष की मृत्यु

ज्यादा खून निकल जाने के डॉक्टर ने उसे नवसारी के यशफिन अस्पताल में रिफर किया था। जहां देर रात उसकी मौत हुई थी। कई समय पहले निमेष कि तीसरीगली के कुछ लोगों के साथ बहस और मारामारी हुई थी। जिसका बदला निकालने के लिए यह हत्या की गई हैं, ऐसी शिकायत छगन भाई पटेल ने बीलीमोरा पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई थी। गैंग वॉर के इस पूरे मामले में पुलिस ने मनोज उर्फ पदा पाटिल, भौतिक उर्फ भावू पटेल, रोनक उर्फ बोबड़ो पटेल, विश्वास उर्फ भेय्यो राजपूत तथा अन्य 9 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। 








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