सूरत : एयरपोर्ट पर हाई-प्रोफाइल ड्रग कैरियर गिरफ्तार
मुंबई का हिस्ट्रीशीटर जफ़र खान बच्चों के खिलौनों में छिपाकर लाता था हाइब्रिड गांजा
सूरत। हीरा और कपड़ा उद्योग के लिए दुनिया में पहचान बना चुके सूरत से लगातार अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क का खुलासा हो रहा है। इसी कड़ी में सूरत एयरपोर्ट पर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़े सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है।
मुंबई के कुख्यात 56 वर्षीय हिस्ट्रीशीटर जफ़र अकबर खान को बैंकॉक से बच्चों के खिलौनों के डिब्बों में 4.035 किलो हाइब्रिड गांजा छिपाकर लाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।न
जफ़र उर्फ़ जफ़र मोबाइलवाला की यात्रा हिस्ट्री देखकर जांच अधिकारी भी दंग रह गए।
3 साल में कुल 28 विदेश दौरे दुबई और बांग्लादेश 6-6 बार, थाईलैंड और ओमान 2-2 बार इसके अलावा सऊदी अरब, कंबोडिया, बहरीन, हांगकांग जैसे देशों की यात्राएँ की है।
जांच में पता चला कि पहले वह मोबाइल, लैपटॉप, सोना और ई–सिगरेट की तस्करी करता था, लेकिन अधिक कमाई के लिए उसने ड्रग नेटवर्क से हाथ मिला लिया और जल्द ही अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट का भरोसेमंद कैरियर बन गया।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जफ़र अकेला नहीं बल्कि पूरा परिवार इस धंधे में शामिल है।उसकी दूसरी पत्नी बुसरा बेगम को जून 2025 में बेंगलुरु एयरपोर्ट पर 7 किलो हाइब्रिड गांजे के साथ पकड़ा गया था।
वह फिलहाल जेल में सजा काट रही है। पति–पत्नी अलग-अलग एयरपोर्ट और अलग उड़ानों से सामान लाते थे ताकि पकड़े जाने का जोखिम कम रहे।
सूरत पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि जफ़र ने ड्रग्स को ऐसे पैक किया था कि स्कैनर उसे पकड़ न सके। बच्चों के खिलौनों के डिब्बे में पैकिंग, कार्बन कोटेड रैपर और प्लास्टिक रोल, साथ में सिगरेट और गोल्ड फॉइल ताकि स्कैनर की इमेज गड़बड़ा जाएॊ।
दिखने में ऐसा लगता था कि कोई पिता विदेश से खिलौने लाया है, जबकि अंदर हाई–क्वालिटी ‘हाइड्रो वीड’ छिपा था।जाफ़र को कभी नहीं बताया जाता था कि ड्रग्स किसके हाथ में देने हैं। उसे सिर्फ़ एक कोडवर्ड और प्राप्तकर्ता की फोटो दी जाती थी
एयरपोर्ट से बाहर निकलकर वह फोटो से व्यक्ति पहचानता और कोडवर्ड मिलाने के बाद ही सामान सौंपता था। इसी वजह से मुख्य सरगना तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है।
जाफ़र एक यात्रा के बदले 25,000 से 1 लाख रुपये लेता था। सूरत की यात्रा अधिक जोखिमपूर्ण थी, इसलिए ₹2,00,000 तय भुगतान ₹50,000 प्रति किलो कमीशन (4 किलो = ₹2 lakh extra)
जब्त हाइड्रो वीड की कीमत 1.41 करोड़ रुपये। पकड़ा गया गांजा साधारण नहीं, बल्कि बिना मिट्टी के उगाए जाने वाला हाइड्रो वीड है, जिसमें THC की मात्रा बहुत अधिक होती है। अंतरराष्ट्रीय कीमत: ₹35 लाख प्रति किलो, 4.035 किलो की कुल कीमत: ₹1.41 करोड़ से अधिक।
मुंबई में हमला, चोरी, धमकी सहित कई गंभीर केस जाफ़र पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं 2009 और 2012 में हमला, चोरी, धमकी ट्रॉम्बे और MIDC पुलिस स्टेशन में केस।
ड्रग तस्करी में बांग्लादेश नेटवर्क से भी कनेक्शन की आशंका ऑपरेशन ‘ड्रग्स-फ्री सूरत’ की बड़ी सफलता यह कार्रवाई सूरत क्राइम ब्रांच, SOG, कस्टम विभाग और CISF की संयुक्त कार्रवाई के तहत की गई। पुलिस ने कहा कि यह गिरफ्तारी अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
