अपने ही स्पिन चक्रव्यूह में फंसा भारत, दक्षिण अफ्रीका की भारतीय धरती पर 15 साल में पहली जीत
कोलकाता, 16 नवंबर (भाषा) कप्तान तेम्बा बावुमा के जुझारू अर्धशतक के बाद अनुभवी ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर की ईडन गार्डस की खतरनाक पिच पर बलखाती गेंदों के जादू से दक्षिण अफ्रीका ने भारत को पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में तीसरे दिन ही रविवार को यहां 30 रन से हराकर भारतीय धरती पर 15 साल में अपनी पहली जीत दर्ज की।
भारत के सामने 124 रन का लक्ष्य था लेकिन उसकी टीम 35 ओवर में 93 रन पर आउट हो गई। इससे दक्षिण अफ्रीका ने दो मैच की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त हासिल कर ली। भारतीय कप्तान शुभमन गिल गर्दन में अकड़न के कारण बल्लेबाजी के लिए नहीं उतरे।
गिल की अनुपस्थिति में केवल वाशिंगटन सुंदर (92 गेंद पर 31 रन) ही कुछ देर तक संघर्ष कर पाए। बाकी बल्लेबाजों को स्पिनरों के लिए अनुकूल विकेट से सामंजस्य बिठाने में परेशानी हुई जिससे एक बार फिर से भारतीय टीम की टर्निंग पिचों पर कलई खुल गई।
पिछले छह टेस्ट मैचों में यह भारत की घरेलू मैदान पर चौथी हार थी, जिसमें पिछले साल न्यूज़ीलैंड के खिलाफ टर्निंग पिचों पर 0-3 से मिली हार भी शामिल है।
कार्यवाहक कप्तान ऋषभ पंत ने मैच के बाद कहा, ‘‘हमें इस लक्ष्य का पीछा करना चाहिए था। दूसरी पारी में दबाव बढ़ता रहा।‘‘
रिकॉर्ड की बात करें तो यह दूसरा न्यूनतम लक्ष्य है जिसको भारत हासिल करने में नाकाम रहा। इससे पहले वह वेस्टइंडीज के खिलाफ 1997 में ब्रिजटाउन में 120 रन का लक्ष्य हासिल नहीं कर पाया था।
दक्षिण अफ्रीका अपने दूसरे न्यूनतम स्कोर का बचाव करने में सफल रहा। इसकी नींव तेज गेंदबाज मार्को यानसन (15 रन दे कर दो विकेट) ने दोनों सलामी बल्लेबाजों को आउट करके रखी। हार्मर (21 रन देकर चार विकेट) ने मध्यक्रम झकझोरा जबकि केशव महाराज (37 रन देकर दो विकेट) ने बाकी काम पूरा किया। इस बीच एडेन मार्क्रम ने वाशिंगटन का कीमती विकेट लिया।
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी में 153 रन बनाए। उसकी तरफ से कप्तान बावुमा ने नाबाद 55 रन की आकर्षक पारी खेली जो इस टेस्ट मैच में किसी बल्लेबाज का एकमात्र अर्धशतक भी है। भारत की तरफ से रविंद्र जडेजा ने चार जबकि मोहम्मद सिराज और कुलदीप यादव ने दो-दो विकेट लिए। जसप्रीत बुमराह और अक्षर पटेल को एक-एक विकेट मिला।
दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 159 रन बनाए थे जिसके जवाब में भारत ने 189 रन बनाकर 30 रन की बढ़त हासिल की थी। दक्षिण अफ्रीका हालांकि शानदार वापसी करने में सफल रहा और वह अब गुवाहाटी में होने वाले दूसरे मैच में पूरे आत्मविश्वास के साथ उतरेगा।
जिस पिच पर बावुमा ने अपनी दमदार बल्लेबाजी का नमूना पेश किया, वहां भारतीय बल्लेबाज असफल रहे।
यानसन ने अपने लंबे कद का अच्छा इस्तेमाल करके उछाल हासिल की और भारत के दोनों सलामी बल्लेबाजों को लगातार ओवरों में आउट किया। आक्रामक बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल केवल चार गेंद का सामना कर पाए और खाता खोले बिना पवेलियन लौटे।
यानसन ने अगले ओवर में राउंड द विकेट गेंदबाजी की और पहली गेंद पर ही केएल राहुल को आउट कर दिया। उनकी गेंद राहुल के दस्तानों को चूमती हुई विकेटकीपर के पास गई।
वाशिंगटन ने छठे विकेट के रूप में आउट होने से पहले एक छोर संभाल कर रखा था। उनके अलावा भारतीय बल्लेबाजों में जडेजा (26 गेंद पर 18 रन) और अक्षर पटेल (17 गेंद पर 26 रन) ही कुछ योगदान दे पाए। जडेजा के आउट होने से भारत की हार तय हो गई। अक्षर ने दो छक्के लगाए लेकिन इसे हार का अंतर ही कम हो पाया।
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने सुबह 63 रन की कुल बढ़त के साथ सात विकेट पर 93 रन से आगे खेलना शुरू किया, लेकिन बावुमा के आत्मविश्वास से भरे प्रयास और नौवें नंबर के बल्लेबाज कोर्बिन बॉश के 37 गेंदों पर 25 रन की बदौलत उसने बढ़त को 100 रन के पार पहुंचा दिया।
इन दोनों के बीच आठवें विकेट के लिए 44 रन की साझेदारी ने शुरुआती घंटे में भारत को निराश कर दिया। जब यह दोनों खेल रहे थे तब प्रति ओवर तीन से अधिक रन बन रहे थे।
कार्यवाहक कप्तान ऋषभ पंत का जसप्रीत बुमराह को अधिक खतरनाक क्लब हाउस छोर से नहीं उतारने का फैसला हैरानी भरा रहा। बुमराह ने पहली पारी में इसी छोर से गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट लिए थे।
लॉर्ड्स में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में जीत दिलाने के बाद अपना पहला टेस्ट खेल रहे बावुमा ने बुमराह की गेंद पर फाइन लेग पर चौके के साथ मैच का पहला अर्धशतक पूरा किया।
बुमराह ने बॉश को बोल्ड करके भारत को दिन की पहली सफलता दिलाई। इसके बाद मोहम्मद सिराज ने अपने एक ओवर में साइमन हार्मर (07) और केशव महाराज (00) को आउट करके दक्षिण अफ्रीका की पारी का अंत किया।
