सूरत : 8 छक्के, 11 गेंदें, सबसे तेज़ अर्धशतक का विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले आकाश चौधरी की कहानी

पिता वेल्डर, माँ सिलाई करती थीं; बिना किसी पेशेवर ट्रेनिंग के क्रिकेटर बने आकाश; बोले- "सात-आठ छक्के लगाने का नहीं सोचा था

सूरत : 8 छक्के, 11 गेंदें, सबसे तेज़ अर्धशतक का विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले आकाश चौधरी की कहानी

सूरत : सूरत के सी.के. पीठावाला स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान मेघालय के 25 वर्षीय क्रिकेटर आकाश कुमार चौधरी ने इतिहास रच दिया।

अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ केवल 11 गेंदों में नाबाद 50 रन बनाकर आकाश ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे तेज़ अर्धशतक बनाने का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।कभी तेज़ गेंदबाज़ के रूप में करियर शुरू करने वाले आकाश ने संघर्ष से भरी अपनी यात्रा के बारे में खुलकर बात की।

लालभाई कोन्ट्राक्टर स्टेडियम में क्रिकेट सचिव डॉ. नैमेष देसाई ने आकाश चौधरी के लिए पत्रकार परिषद का आयोजन किया। जिसमें एक साधारण परिवार से आने वाले आकाश ने बताया कि कैसे उनके माता-पिता ने उनके सपनों को जीवित रखा।

पारिवारिक पृष्ठभूमि  के बारे में बताया कि "मेरे पिताजी वेल्डिंग का काम करते हैं, और माँ सिलाई का काम करती थीं। हमारा घर सिलाई से चलता था। मेरे माता-पिता ने हम तीन भाई-बहनों (एक बड़ी बहन, एक छोटा भाई) के लिए बहुत मेहनत की।"आकाश ने बताया कि उन्होंने बचपन में कभी कोई पेशेवर ट्रेनिंग नहीं ली, बल्कि टेनिस बॉल से खेलकर अपनी प्रतिभा को निखारा।

11 गेंदों में 8 छक्के और एक ओवर में लगातार 6 छक्के लगाने के बारे में आकाश ने कहा कि यह अप्रत्याशित था।"हमारी टीम बहुत अच्छी स्थिति में थी, इसलिए हमारी एक ही योजना थी कि हम जल्द से जल्द टीम के लिए रन बनाएँ। मेरा इरादा कम गेंदों में ज़्यादा से ज़्यादा रन बनाने का था।

 "पहले दो छक्के लग गए, तीसरे के बाद मेरे दिमाग में आया कि अब हम छह छक्के लगाने की कोशिश कर सकते हैं, और सौभाग्य से आज मैं छह छक्के लगा पाया। यह महादेव की कृपा ही कह सकते हैं।"

विश्व रिकॉर्ड और संघर्ष
आकाश ने 12 गेंदों में अर्धशतक बनाने वाले इंग्लैंड के वेन व्हाइट (2012) का रिकॉर्ड तोड़ा। हालांकि, समय के लिहाज़ से 8 मिनट में 50 रन बनाने वाले श्रीलंका के क्लाइव इनमैन (1965) के बाद आकाश का 9 मिनट में बना यह अर्धशतक दूसरा सबसे तेज़ है।

आकाश प्रथम श्रेणी क्रिकेट में गैरी सोबर्स (1968) और रवि शास्त्री (1984-85) के बाद एक ओवर में छह छक्के लगाने वाले तीसरे खिलाड़ी भी बन गए हैं।

संघर्ष के बारे में बात करते हुए आकाश ने कहा कि उन्होंने स्कूल क्रिकेट (केंद्रीय विद्यालय) से शुरुआत की और इंटर-स्कूलों के माध्यम से एसोसिएशन ने उनका साथ दिया। उन्होंने स्वीकार किया कि डेब्यू के बाद मैच फीस आने से परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ।

भविष्य का लक्ष्य: टीम इंडिया और IPL

25 वर्षीय आकाश, जिन्होंने 2019 से प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलना शुरू किया है, अब तक 30 मैचों में 87 विकेट और 503 रन बना चुके हैं। उनके भविष्य के सपने स्पष्ट हैं:

"पहला लक्ष्य अपनी टीम को एलीट ग्रुप तक जिताना और 100 प्रथम श्रेणी विकेट पूरे करना है। पहला और अंतिम लक्ष्य भारत के लिए खेलना और आईपीएल खेलना है, क्योंकि आईपीएल का मंच मुझे वो सब कुछ दे सकता है जो मैं चाहता हूँ।"