राजकोट में 3 करोड़ की ‘व्हेल मछली की उल्टी’ के साथ तीन गिरफ्तार
सुरेंद्रनगर के तीन व्यक्तियों से 2.963 किलो एम्बरग्रीस बरामद; वन विभाग करेगा आगे की जांच
राजकोट पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शास्त्री मैदान के पास से 3 करोड़ रुपये की एम्बरग्रीस (व्हेल मछली की उल्टी) के साथ तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सुरेंद्रनगर निवासी नरेंद्रसिंह महिपतसिंह जडेजा (51), आशीष सुरेशभाई भट्ट (48) और परेश चंद्रकांतभाई शाह (66) के रूप में हुई है, जो रतनपर गांव के रहने वाले हैं।
एसओजी पुलिस निरीक्षक संजयसिंह जडेजा और पुलिस उपनिरीक्षक घासुरा को मिली गुप्त जानकारी के आधार पर कार्रवाई की गई। पुलिस ने अल्टो कार में सवार तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 2.963 किलोग्राम एम्बरग्रीस, चार मोबाइल फोन और एक कार समेत कुल 2.97 करोड़ रुपये का माल जब्त किया। बताया गया कि एक किलो एम्बरग्रीस की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग एक करोड़ रुपये होती है।
गिरफ्तारी के बाद एसओजी ने तीनों आरोपियों को वन विभाग के हवाले कर दिया है, जो अब आगे की जांच करेगा। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी एम्बरग्रीस को बेचने के लिए ग्राहक की तलाश में राजकोट आए थे।
पुलिस के अनुसार, कुछ समय पहले भी राजकोट एसओजी ने आजीडेम चौकड़ी के पास से 500 ग्राम एम्बरग्रीस के साथ बाबरा निवासी विरम बावलिया को गिरफ्तार किया था। उस मामले में भी बाबरा क्षेत्र के व्यक्तियों की संलिप्तता सामने आई थी।
एसओजी की ताजा जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी नरेंद्र सिंह निजी नौकरी करता है, आशीष किसी बैंक में कार्यरत है और परेशभाई सेवानिवृत्त फोटोग्राफर हैं। तीनों एक-दूसरे को पहले से जानते थे। बताया गया है कि बाबरा के राणा और आसिफ नामक दो लोगों ने इन तीनों को सरधार में एम्बरग्रीस का माल सौंपा था।
पुलिस का कहना है कि तीनों आरोपी ग्राहक खोजने के लिए राजकोट पहुंचे थे, लेकिन सौदा होने से पहले ही एसओजी ने उन्हें धर दबोचा। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत एम्बरग्रीस की खरीद-फरोख्त, भंडारण या तस्करी प्रतिबंधित है। दोषी पाए जाने पर एक से सात वर्ष तक की सजा का प्रावधान है। यह मामला राजकोट में एम्बरग्रीस तस्करी का दूसरा मामला है, जिससे एक बार फिर यह संकेत मिला है कि क्षेत्र में इसकी अवैध बिक्री का नेटवर्क सक्रिय है।
