राजकोट : एसीबी अधिकारी बन नौकरी का झांसा देकर रु.8.29 लाख की ठगी, आरोपी चेक बाउंस में जेल में

राजकोट : एसीबी अधिकारी बन नौकरी का झांसा देकर रु.8.29 लाख की ठगी, आरोपी चेक बाउंस में जेल में

सेवानिवृत्त एसबीआई कर्मचारी के बेटे को सीजीएसटी में स्थायी कराने का वादा कर रकम ऐंठी; आरोपित देवराज वालजीभाई गोहिल फिलहाल चेक बाउंस मामले में जेल में बंद

गांधीग्राम थाने में दर्ज शिकायत में बताया गया है कि आरोपी देवराज वालजीभाई गोहिल (निवासी गंजीवाड़ा-9) ने खुद को एसीबी अधिकारी बताकर सेवानिवृत्त एसबीआई कर्मचारी जगदीशभाई चौहान (उम्र 61) को उनके पुत्र को सीजीएसटी में स्थायी कराने के नाम पर कुल रु.8.29 लाख रुपये ऐंठ लिए।

शिकायत में बताया गया है कि करीब दस साल पहले दोनों की पहचान हुई थी; तब आरोपी अक्सर पैसे जमा कराने के लिए बैंक में आता रहता था और उसने खुद को एसीबी में कार्यरत बताया। 2024 में आरोपी ने जगदीशभाई से मुलाकात हुई तो उसने उनके पुत्र जयपाल को सीजीएसटी में स्थायी कराने के लिए रु. 8 लाख मांगे और किश्तों में रकम ले ली। इसके अतिरिक्त कार्यालय-सदस्यता हेतु बताकर रु. 55,000 भी मगवाए गए। कुल मिलाकर शिकायतकर्ता ने आरोपी को रु. 8.29 लाख हस्तांतरित किए।

शुरू में आरोपी ने एक कॉल-लेटर दिखाकर प्रक्रिया पूरी होने का आश्वासन दिया और कुछ समय तक संपर्क में रहा, परंतु बाद में फोन बंद कर लिया। जब आरोपी से दूसरे नंबर पर संपर्क किया गया तो आरोपी का बेटा फोन उठाया और बताया कि पापा घर पर नहीं है। जबकि आरोपी के पिता ने बताया कि उनका बेटा जेल में है। अंततः पीड़ित ने धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।

पुलिस के अनुसार आरोपी फिलहाल किसी अन्य मामले—चेक बाउंस के अपराध—में जेल में बंद है। गांधीग्राम पुलिस अब धोखाधड़ी के इस मामले में उसकी हिरासत हासिल करने के प्रयास कर रही है ताकि विस्तृत जांच और आवश्यक कार्यवाही की जा सके।

शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि आरोपी ने अपना परिचय एसीबी अधिकारी के रूप में दिया था, जिस पर उन्होंने विरोध जताते हुए पूछा था “क्या आप वास्तव में एसीबी में हैं पर फिर भी भ्रष्टाचार कर रहे हैं?” इस पर आरोपी ने कहा कि उच्च अधिकारियों को पकड़कर ऐसा काम कराएंगे।

पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि सरकारी नौकरी या पोज़ीशन के नाम पर त्वरित धन मांगने वाले किसी भी व्यक्ति पर तुरंत संदेह करें और पहले जांच के बिना कोई बड़ी राशि न देकर संबंधित थाने को सूचित करें।

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