सूरत : श्रीलंका आर्थिक एवं निवेश शिखर सम्मेलन के लिए दक्षिण गुजरात के उद्यमियों को आमंत्रण
दिसंबर में कोलंबो में होगा सम्मेलन; कृषि, परिधान, शिक्षा, निर्यात और पर्यटन होंगे मुख्य क्षेत्र
सूरत। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में आगामी 2 और 3 दिसंबर, 2025 को आयोजित होने जा रहे “श्रीलंका आर्थिक एवं निवेश शिखर सम्मेलन” में भाग लेने के लिए सूरत सहित दक्षिण गुजरात के उद्यमियों और व्यापारियों को आमंत्रित किया गया है।
इस संबंध में सीलोन चैंबर ऑफ कॉमर्स, श्रीलंका निर्यात विकास बोर्ड, श्रीलंका निवेश बोर्ड और दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) के बीच एक ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई।
बैठक में श्रीलंका की पश्चिमी भारत स्थित महावाणिज्य दूत सुश्री प्रियंका विक्रमसिंघे ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। इस अवसर पर श्रीलंका निर्यात विकास बोर्ड और निवेश बोर्ड के अधिकारियों ने श्रीलंका में उपलब्ध व्यापार, निवेश और औद्योगिक अवसरों पर विस्तृत प्रस्तुति दी।
सीलोन चैंबर ऑफ कॉमर्स ने सम्मेलन की रूपरेखा साझा करते हुए बताया कि इसमें कृषि, परिधान, शिक्षा, निर्यात सेवाएँ, बुनियादी ढाँचा और पर्यटन प्रमुख फोकस क्षेत्र होंगे।
बैठक में एसजीसीसीआई की ओर से पूर्व अध्यक्ष विजय मेवावाला, मानद कोषाध्यक्ष सीए मितेश मोदी और अन्य उद्योग प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
सीए मितेश मोदी ने प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान जानकारी ली कि भारत से श्रीलंका को कौन-सी वस्तुएँ प्रमुख रूप से निर्यात की जाती हैं और श्रीलंका भारत को कौन-से उत्पाद निर्यात करता है।
उन्होंने दोनों देशों के बीच हुए दोहरे कराधान से बचाव समझौते (डीटीटीए) के तहत भारतीय निवेशकों के लिए उपलब्ध सुविधाओं, प्रोत्साहनों और वर्तमान में श्रीलंका में आ रहे प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के स्रोतों के बारे में भी जानकारी मांगी।
एसजीसीसीआई ग्लोबल कनेक्ट के सीईओ परेश भट्ट ने दक्षिण गुजरात के औद्योगिक क्षेत्र, निवेश क्षमता और संभावनाओं का परिचय कराया।
बैठक के अंत में मुंबई स्थित श्रीलंका महावाणिज्य दूतावास की सुश्री शिरानी अरियारत्ने ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
सीलोन चैंबर ने कहा कि यह शिखर सम्मेलन दक्षिण गुजरात के उद्योगों के लिए अंतरराष्ट्रीय व्यापार और निवेश के नए अवसर खोलने में सहायक सिद्ध होगा।
