राजद की करारी हार के साथ 14 नवंबर को मनाई जाएगी ‘असली दिवाली’: अमित शाह
सीवान, 24 अक्टूबर (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि बिहार में ‘असली दिवाली’ 14 नवंबर को तब मनाई जाएगी, जब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और उसके सहयोगी दल विधानसभा चुनावों में करारी हार का सामना करेंगे।
सीवान जिले में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने लालू प्रसाद यादव नीत पार्टी पर जमकर निशाना साधा और कहा कि राजद ने माफिया से नेता बने मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब को रघुनाथपुर सीट से उम्मीदवार बनाकर यह साबित कर दिया है कि वह फिर से ‘जंगलराज’ लौटाना चाहता है।
शाह ने कहा, ''सीवान की जनता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि शहाबुद्दीन के बेटे की चुनाव में करारी हार हो। लालू-राबड़ी के जंगलराज को सीवान की जनता ने 20 साल तक भुगता है। मुझे पूरा विश्वास है कि 14 नवंबर को जब चुनाव परिणाम आएंगे, तब बिहार की जनता असली दिवाली मनाएगी और राजद गठबंधन की अपमानजनक हार होगी।''
गृह मंत्री ने यह भी दावा किया कि बिहार में विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन पूरी तरह बिखर चुका है।
कांग्रेस की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, ''राहुल गांधी कहते हैं कि घुसपैठिये यहीं रहें, लेकिन बिहार में एक भी घुसपैठिया नहीं रहने दिया जाएगा।''
केंद्रीय गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हुए राष्ट्रीय सुरक्षासे जुड़े फैसलों का उल्लेख करते हुए कहा, ''मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया, और पहलगाम आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान की धरती पर आतंक के ठिकानों को ध्वस्त किया। यह है मजबूत नेतृत्व।''
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, ''लालू ने सिर्फ घोटाले किए- चारा घोटाला, जमीन के बदले नौकरी घोटाला, बिहार लोकसेवा आयोग (बीपीएससी) भर्ती घोटाला... और उन पर आय से अधिक संपत्ति का भी मामला दर्ज है।''
बक्सर में एक अन्य रैली को संबोधित करते हुए शाह ने जंगलराज को लेकर राजद पर निशाना साधा।
शाह ने कहा, ''लालू प्रसाद ने शहाबुद्दीन के बेटे (ओसामा शहाब) को टिकट देकर यह साबित कर दिया है कि वे बिहार में फिर से जंगलराज लाना चाहते हैं। राजद जहां अपराधियों के परिजनों को टिकट देती है, वहीं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी आनंद मिश्रा जैसे उम्मीदवारों को उतारता है। दोनों गठबंधनों के बीच यही फर्क है।''
शाह ने कहा, ''नीतीश कुमार ने बिहार को पटरी पर लाने की कोशिश की है और मोदी जी ने पिछले दस वर्षों में राज्य का पोषण किया है। मैं छठी मइया से प्रार्थना करता हूं कि वह बिहार की जनता को आशीर्वाद देती रहें ताकि जंगलराज की वापसी न हो।''
