सूरत : ड्रोन की मदद से रेलवे स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण की नई पहल
बंगाल भगदड़ के बाद सूरत में हाई अलर्ट, आधी रात से ही स्टेशन पर लंबी कतारें
सूरत। दिवाली, छठ पूजा और बिहार विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र सूरत के रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। सूरत और उधना रेलवे स्टेशन पर उत्तर भारत जाने वाले यात्रियों की लंबी कतारें रात 12 बजे से ही लगनी शुरू हो जाती हैं। यात्रियों की इस बेतहाशा भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सूरत पुलिस ने पहली बार ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल शुरू किया है।
उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए चलने वाली भागलपुर स्पेशल और ताप्ती गंगा एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के लिए हजारों यात्री उधना स्टेशन पर घंटों पहले पहुँच रहे हैं। पिछले वर्ष एक ही दिन में करीब 60 हजार यात्रियों की भीड़ के कारण अव्यवस्था फैल गई थी, जिसके चलते इस बार प्रशासन ने सुरक्षा इंतज़ाम और सख्त कर दिए हैं।
हाल ही में पश्चिम बंगाल के बर्धमान रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ की घटना को ध्यान में रखते हुए, सूरत पुलिस ने इस बार सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट घोषित किया है। स्टेशन परिसर और बाहर बनाए गए होल्डिंग एरिया में ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है, जिससे किसी भी तरह की अफरातफरी या भगदड़ की स्थिति पर तुरंत नियंत्रण किया जा सके।
लिंबायत पुलिस निरीक्षक चिराग धोकड़िया ने बताया कि, “हम ड्रोन कैमरों, वॉकी-टॉकी और अन्य तकनीकी उपकरणों की मदद से यात्रियों की निगरानी कर रहे हैं। यात्रियों को क्रमवार बैठाया जा रहा है ताकि किसी को असुविधा न हो और भीड़ नियंत्रित बनी रहे।”
पुलिस की यह तकनीकी पहल त्योहारों के दौरान भीड़ प्रबंधन के लिए एक नवीन और प्रभावी कदम मानी जा रही है। उद्देश्य यह है कि सभी यात्री सुरक्षित, सुव्यवस्थित और शांतिपूर्ण तरीके से अपने घरों के लिए यात्रा कर सकें।