सूरत : एसजीसीसीआई ने ‘सेम डे चेक क्लियरिंग’ नियम एक महीने के लिए स्थगित करने की मांग की
तकनीकी खामियों से व्यापार प्रभावित, दिवाली सीजन में नकदी संकट और धोखाधड़ी की आशंका : निखिल मद्रासी
सूरत। दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) ने भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के मुख्य महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपकर ‘उसी दिन चेक क्लियरिंग’ (Same Day Cheque Clearing) नियम को एक महीने के लिए स्थगित करने की मांग की है।
एसजीसीसीआई के अध्यक्ष निखिल मद्रासी ने बताया कि भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकिंग व्यवस्था को और अधिक डिजिटल एवं तत्पर बनाने के उद्देश्य से रियल-टाइम चेक क्लियरेंस सिस्टम को 4 अक्टूबर 2025 से लागू किया था। इस प्रणाली के तहत, चेक उसी दिन क्लियर किए जाने थे। लेकिन शुरुआती दिनों में तकनीकी खामियों और सर्वर गड़बड़ियों के कारण कई चेक क्लियरेंस अटक गए हैं।
उन्होंने कहा, “पहले जहाँ चेक कुछ ही घंटों में क्लियर हो जाते थे, वहीं अब व्यापारी और उद्योगपति पिछले 6-7 दिनों से भुगतान अटकने की शिकायत कर रहे हैं। बैंक कर्मियों को मैनुअल सिस्टम के जरिए दोबारा चेक क्लियर करने पड़ रहे हैं, जिससे पूरी प्रक्रिया धीमी पड़ गई है।”
मद्रासी ने आगे बताया कि चेक क्लियरेंस में विलंब के कारण दिवाली से पहले बाजार में नकदी प्रवाह पर असर पड़ा है। व्यापारियों को कच्चे माल की खरीद, मजदूरों के वेतन और रोजमर्रा के लेन-देन में कठिनाई हो रही है। “त्योहार के इस सीजन में नकदी की कमी का सीधा असर व्यापार पर पड़ रहा है, साथ ही त्वरित भुगतान प्रणाली में तकनीकी गड़बड़ियों के चलते धोखाधड़ी की आशंका भी बढ़ रही है,” उन्होंने कहा।
इसी कारण एसजीसीसीआई ने आरबीआई से अनुरोध किया है कि ‘सेम डे चेक क्लियरिंग’ नियम को एक महीने के लिए अस्थायी रूप से स्थगित किया जाए, ताकि बैंकों को तकनीकी खामियों को दुरुस्त करने का समय मिल सके और व्यापार जगत पर इसका नकारात्मक प्रभाव न पड़े।