सूरत : देशभर के कवियों की रचनाओं से गूंजा वेसू का रामलीला मैदान

राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में हास्य, व्यंग्य और श्रृंगार से सराबोर हुई शाम; हजारों श्रोता हुए मंत्रमुग्ध

सूरत : देशभर के कवियों की रचनाओं से गूंजा वेसू का रामलीला मैदान

वेसू स्थित रामलीला मैदान पर रविवार की शाम कविता और हंसी के रंगों से सराबोर हो उठी, जब श्री आदर्श रामलीला ट्रस्ट की ओर से राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। देशभर से आए प्रसिद्ध कवियों ने अपनी सशक्त और मनोरंजक रचनाओं से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां शारदे के वंदन से हुआ। ट्रस्ट के अध्यक्ष रतनकुमार गोयल, मंत्री अनिल अग्रवाल और पदाधिकारियों ने मंच पर उपस्थित सभी कवियों का स्वागत किया।

कवि सम्मेलन में हास्य, व्यंग्य और श्रृंगार के विविध रंग बिखरे। मंच पर कवि शशिकांत यादव (हास्य), शम्भू शिखर (व्यंग्य), डॉ. भुवन मोहिनी (गीत, श्रृंगार, हास्य), लटूरी लड्डू (हास्य-व्यंग्य), पार्थ नवीन (हास्य-पैरोडी) और दीपक शुक्ल (हास्य-व्यंग्य) ने अपनी-अपनी रचनाओं से माहौल को खुशनुमा बना दिया।

लटूरी लड्डू ने अपनी प्रसिद्ध पंक्तियों “हंसना बहुत जरूरी है” से दर्शकों को ठहाकों में डुबो दिया, जबकि कवि शशिकांत यादव ने “राम ने सबको जोड़ने का काम किया” जैसी भावपूर्ण रचना से सबके दिलों को छू लिया।

कवि सम्मेलन में पुलिस कमिश्नर अनुपमसिंह गहलोत सहित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तथा शहर के अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। हजारों की संख्या में पहुंचे श्रोताओं ने तालियों की गड़गड़ाहट से कवियों का उत्साह बढ़ाया। रामलीला मैदान देर रात तक कविताओं, व्यंग्य और हास्य की गूंज से गूंजता रहा। सचमुच यह शाम सूरत की सांस्कृतिक स्मृतियों में दर्ज हो गई।

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