बीसीसीआई एजीएम में निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए मिथुन मन्हास
(देवर्चित वर्मा)
मुंबई, 28 सितंबर (भाषा) दिल्ली के पूर्व कप्तान मिथुन मन्हास को रविवार को यहां भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के मुख्यालय में उसकी 94वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) के दौरान निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया जबकि बोर्ड के सचिव देवजीत सैकिया सहित अन्य सदस्य भी निर्विरोध चुने गए।
मन्हास (45 वर्ष) बोर्ड के 37वें अध्यक्ष बने। उन्होंने रोजर बिन्नी की जगह ली जिन्होंने पिछले महीने 70 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद पद से इस्तीफा दे दिया था।
मन्हास बिन्नी और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के बाद बोर्ड के अध्यक्ष बनने वाले लगातार तीसरे प्रथम श्रेणी क्रिकेटर हैं।
पूर्व ऑलराउंडर मन्हास ने 1997-98 और 2016-17 के बीच 157 प्रथम श्रेणी, 130 लिस्ट ए और 55 आईपीएल मैच खेले। नामांकन के अंतिम दिन से पहले 20 सितंबर को नयी दिल्ली में बोर्ड के शीर्ष अधिकारियों की एक अनौपचारिक बैठक के बाद वह पद के दावेदार के रूप में उभरे थे।
उन्होंने कुप्रबंधन के कारण जम्मू-कश्मीर राज्य क्रिकेट संघ (जेकेसीए) के मामलों के प्रबंधन के लिए बीसीसीआई द्वारा गठित तीन सदस्यीय तदर्थ समिति के निदेशक के रूप में भी काम किया।
प्रथम श्रेणी में 27 शतक सहित 9,714 रन और लिस्ट ए में 4,126 रन बनाने वाले मन्हास ने कहा कि वह एक खिलाड़ी और प्रशासक के रूप में अपने अनुभव पर भरोसा करेंगे।
मन्हास ने यहां मीडिया से कहा, ‘‘दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट बोर्ड का अध्यक्ष बनना मेरे लिए सम्मान की बात है। यह एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी भी है। मैं आश्वासन देता हूं कि मैं अपनी पूरी क्षमता, समर्पण और जुनून के साथ इसे निभाने के लिए प्रतिबद्ध रहूंगा।’’
बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में उनके चुनाव में किन कारकों ने अहम भूमिका निभाई इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘शायद मेरा काम, मेरी साख... एक प्रशासक और एक क्रिकेटर, दोनों के तौर पर। पिछले चार वर्षों से मैं जेकेसीए के साथ काम कर रहा हूं। हमने काफी अच्छा काम किया है और इससे निश्चित रूप से मदद मिलेगी।’’
एजीएम में कुछ और अहम नियुक्तियों की भी पुष्टि की गई। बीसीसीआई सचिव सैकिया और आईपीएल संचालन परिषद के अध्यक्ष अरुण धूमल को उनके पद पर बरकरार रखा गया है। कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के प्रमुख और पूर्व भारतीय क्रिकेटर रघुराम भट को कोषाध्यक्ष चुना गया।
अनुभवी प्रशासक राजीव शुक्ला बोर्ड के उपाध्यक्ष बने रहेंगे जबकि एम खैरुल जमाल मजूमदार को आईपीएल संचालन परिषद में दो प्रतिनिधियों में से एक के रूप में धूमल के साथ नामित किया गया है।
प्रभतेज भाटिया को कोषाध्यक्ष की जगह संयुक्त सचिव बनाया गया है। वह रोहन गौंस देसाई की जगह लेंगे। सौराष्ट्र क्रिकेट संघ के अध्यक्ष जयदेव शाह को शीर्ष परिषद का सदस्य बनाया गया है।
सैकिया ने कहा, ‘‘शीर्ष परिषद के पदों के लिए जिन उम्मीदवारों ने नामांकन जमा किए थे, उनमें से किसी के भी खिलाफ कोई प्रतिस्पर्धा नहीं थी। उनका चयन निर्विरोध हुआ है।’’
पूर्व भारतीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी आरपी सिंह और प्रज्ञान ओझा को पुरुष चयन पैनल में शामिल किया गया जबकि तमिलनाडु के पूर्व बल्लेबाज एस शरत जूनियर चयन समिति में वापस चले गए। शरत अब तक सीनियर चयन समिति के सदस्य थे।
अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली सीनियर चयन समिति में अब पूर्व भारतीय खिलाड़ी शिव सुंदर दास, अजय रात्रा, आरपी सिंह और ओझा शामिल हैं।
अमिता शर्मा को महिला चयन पैनल का अध्यक्ष बनाया गया है। वह नीतू डेविड की जगह लेंगी।
भारत के लिए 2002 से 2014 के बीच 116 एकदिवसीय और 41 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेलने वाली पूर्व तेज गेंदबाज अमिता के साथ चयन पैनल में पूर्व भारतीय खिलाड़ियों श्यामा डे, जया शर्मा और श्रावंति नायडू को जगह मिली है।
इनके कार्यकाल की शुरुआत भारत और श्रीलंका में 30 सितंबर से दो नवंबर तक होने वाले महिला विश्व कप के बाद होगी। दोनों सहमेजबान के बीच 30 सितंबर को टूर्नामेंट का पहला मैच होगा।
सैकिया ने कहा, ‘‘आज वार्षिक आम बैठक (एजीएम) के दौरान लिए गए मुख्य निर्णयों में से एक सीनियर पुरुष और महिला चयन समिति के सदस्यों की नियुक्ति थी। नई नियुक्तियों की प्रक्रिया चल रही थी। आज पूर्ण बहुमत के साथ इन नियुक्तियों की पुष्टि की गई।’’
केरल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष जयेश जॉर्ज को महिला प्रीमियर लीग समिति का पहला स्वतंत्र अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
वर्ष 2023 में लीग की शुरुआत के बाद से बिन्नी इस पद पर थे।
दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष रोहन जेटली को बुनियादी ढांचा समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
सैकिया ने कहा कि बीसीसीआई ने राज्य संघों से क्रिकेट सलाहकार समिति और अंपायर समिति सहित विभिन्न समितियों के लिए नामांकन देने को कहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें संविधान के कुछ प्रावधानों का पालन करना होगा जिसमें पात्रता एक मानदंड है। हमने उनसे अनुरोध किया है कि वे उन नामों को भेजें जिन्हें वे योग्य और पात्र समझते हैं।’’
पंजाब क्रिकेट संघ के प्रतिनिधि के रूप में वार्षिक आम बैठक में शामिल पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने मन्हास के चुनाव का स्वागत करते हुए कहा कि बोर्ड के शीर्ष पद पर एक क्रिकेटर का होना एक सकारात्मक कदम है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब कोई क्रिकेटर किसी क्रिकेट संस्था का प्रमुख होता है तो उसके अनुभव और अन्य गुणों से मदद मिलती है। यह एक अच्छा फैसला है और पिछले तीन कार्यकाल से ऐसा हो रहा है जो क्रिकेटरों के लिए और खेल को कुछ वापस देने के लिए उनके लिए भी एक शानदार चीज है।’’
हरभजन ने कहा, ‘‘बीसीसीआई ने इसकी शुरुआत की है और किसी भी क्रिकेटर के लिए इससे बड़ी कोई बात नहीं हो सकती कि वह खेल को कुछ वापस दे सके। मैंने अंडर-19 के दिनों से मिथुन के साथ काफी क्रिकेट खेला है और मैं उनके लिए बहुत खुश हूं।’’
एजीएम के दौरान हरभजन ने बीसीसीआई से बाढ़ प्रभावित पंजाब और अन्य उत्तर भारतीय राज्यों में राहत कार्यों में योगदान देने का भी आग्रह किया।
हाल ही में बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बने गांगुली एजीएम में शामिल नहीं हुए।