राजकोट में 'शौर्य का सिंदूर' लोक मेला का भव्य आगाज
पांच दिवसीय मेले में 200 से अधिक स्टॉल, सांस्कृतिक कार्यक्रम और सख्त सुरक्षा व्यवस्था
राजकोट में वर्षों पुरानी परंपरा के तहत ‘शौर्य का सिंदूर’ लोक मेला गुरुवार से धूमधाम से शुरू हो गया। जन्माष्टमी की छुट्टियों के बीच आयोजित यह पांच दिवसीय आयोजन शहरवासियों और आस-पास के क्षेत्रों के लोगों में उत्साह का केंद्र बन गया है।
रेसकोर्स मैदान के लगभग 70 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले मेले में 200 से अधिक खिलौनों, खान-पान, आइसक्रीम और हस्तशिल्प के स्टॉल लगाए गए हैं। चकडोल समेत लगभग 50 छोटे-बड़े झूलों का आनंद परिवारों और बच्चों को मिलेगा। भीड़-भाड़ से बचाने के लिए सवारियों के बीच चौड़ी सड़कों और पर्याप्त खुली जगह का प्रबंध किया गया है।
सुरक्षा के लिए 3 डीसीपी, 10 एसीपी, 28 पीआई, 81 पीएसआई, 1,067 पुलिस कांस्टेबल, 77 एसआरपी समेत कुल 1,266 पुलिसकर्मी तैनात हैं। पांच वॉच टावरों पर त्वरित प्रतिक्रिया दल (एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य, पुलिस और अग्निशमन कर्मियों सहित) मौजूद रहेगा। एआई आधारित ड्रोन से मेले की निरंतर निगरानी होगी। साथ ही, मेले के लिए 8 करोड़ रुपये का देयता बीमा भी लिया गया है।
मनोरंजन के लिए प्रतिदिन दोपहर 3:45 बजे से रात तक 10 सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जिनमें अहमदाबाद के ‘अघोरी ग्रुप’, अल्पाबेन पटेल, रुजु जादव ग्रुप, राजदान गढ़वी और कच्छ के अनिरुद्ध अहीर जैसे प्रसिद्ध कलाकार शामिल होंगे।
जिला कलेक्टर डॉ. ओम प्रकाश ने मेला स्थल का निरीक्षण कर तैयारियों की समीक्षा की और लोक मेला क्रियान्वयन समिति को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, ताकि आगंतुक बिना किसी असुविधा के मेले का आनंद ले सकें।