राजकोट : सौराष्ट्र विश्वविद्यालय में ‘नारी वंदन उत्सव’ के तहत “सीखते हुए कमाएँ” शिविर का आयोजन
250 से अधिक छात्राओं को लिक्विड एम्ब्रॉयडरी, गोटा पट्टी वर्क, लिपन आर्ट सहित विभिन्न कलाओं का प्रशिक्षण, 25 छात्राओं को मिले INDEXT-C कार्ड
राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिलाओं के सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से हर वर्ष मनाए जाने वाले ‘नारी वंदन उत्सव’ के अंतर्गत सौराष्ट्र विश्वविद्यालय में ‘महिला कल्याण दिवस’ के अवसर पर “सीखते हुए कमाएँ” विषय पर एक विशेष जागरूकता शिविर आयोजित किया गया।
1 से 8 अगस्त तक चले नारी वंदन सप्ताह के तहत, जिला महिला एवं बाल अधिकारी कार्यालय के सहयोग से यह शिविर गुजरात महिला आर्थिक विकास निगम लिमिटेड, गांधीनगर की प्रेरणा से गृह विज्ञान विभाग में 4 से 7 अगस्त तक आयोजित हुआ। इसमें 250 से अधिक छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए लिक्विड एम्ब्रॉयडरी, गोटा पट्टी वर्क, लिपन आर्ट, मीनाकारी कला सहित विभिन्न हस्तकलाओं का प्रशिक्षण प्राप्त किया।
शिविर के दौरान तैयार की गई कलाकृतियों की प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसे उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने सराहा। इस अवसर पर सौराष्ट्र विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. उत्पल जोशी ने छात्राओं को आत्मनिर्भर बनने और कौशल विकास पर बल देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम की रूपरेखा जिला महिला एवं बाल अधिकारी डॉ. जनकसिंह गोहिल ने प्रस्तुत की। जिला उद्योग केंद्र प्रबंधक एम.के. लाडानी ने केंद्र की कार्यप्रणाली और योजनाओं की जानकारी दी, जबकि निदेशक पवन कुमार गोरे ने एसबीआई आर.एस.ई.टी.आई. (ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान) के प्रशिक्षण वर्गों के बारे में बताया।
जिला उद्योग केंद्र के सहयोग से 25 से अधिक छात्राओं को INDEXT-C कार्ड वितरित किए गए। पूरे कार्यक्रम का सफल प्रबंधन जिला मिशन समन्वयक जे.वी. मानवदरिया ने किया, जबकि जेंडर विशेषज्ञ तपन नाथवानी और गृह विज्ञान विभाग की प्राध्यापक डॉ. रेखाबा जडेजा ने शिविर के आयोजन में अहम भूमिका निभाई। इस आयोजन ने छात्राओं को न केवल कौशल विकास का अवसर दिया, बल्कि आत्मनिर्भरता की दिशा में ठोस कदम बढ़ाने की प्रेरणा भी प्रदान की।