सूरत : एसओजी ने किया हाई-टेक ड्रग्स तस्करी रैकेट का भंडाफोड़, मुख्य आरोपी गिरफ्तार
सीसीटीवी, वॉकी-टॉकी और कोडवर्ड का इस्तेमाल कर रहा था गिरोह; 30.55 लाख की अवैध संपत्ति जब्त
सूरत शहर में "नशा निषेध" अभियान के तहत एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) ने सीसीटीवी और वॉकी-टॉकी जैसे हाई-टेक माध्यमों का इस्तेमाल करने वाले ड्रग्स तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए एक आदतन अपराधी को गिरफ्तार किया है। आरोपी शिवराज सिंह उर्फ शिवो दरबार के पास से लगभग 11,83,600 रुपये की ड्रग्स, हथियार, नकदी और बरामद किया है।
पुलिस उपायुक्त अनुपम सिंह गहलोत के निर्देशन में, सूरत पुलिस ने नशा विरोधी मुहिम को और तेज़ कर दिया है। ड्रग्स से जुड़े अपराधियों पर कड़ी निगरानी और ठोस कार्रवाई की जा रही है। एसओजी पीआई ए.पी. चौधरी की अगुवाई में गठित विशेष टीम ने तकनीकी निगरानी और खुफिया जानकारी के आधार पर सलाबतपुरा के भाठेना इलाके में छापा मारा। छापेमारी के दौरान मकान नंबर 18, पंचशीलनगर-01 से आरोपी को गिरफ्तार किया गया। आरोपी का नाम शिवराज सिंह झाला (उर्फ शिवो दरबार, उम्र 28 वर्ष) है, जो मूल रूप से अडवाल गांव, तहसील धंधुका, जिला अहमदाबाद का निवासी है।
आरोपी के पास से मेफेड्रोन ड्रग्स 118.36 ग्राम (कीमत- रु.11,83,600), मोबाइल फोन (02) – रु. 1,50,000, पिस्तौल मय मैगजीन (02) – रु.1,00,000, जिंदा कारतूस (13) रु.1,300, खाली मैगजीन (01) रु.1,000, वॉकी-टॉकी सेट (04) मय चार्जर – रु. 20,000 तथा ड्रग्स बिक्री से प्राप्त नकदी रु. 16,00,000 सहित कुल अनुमानित रु. 30,55,900 का मुद्दामाल बरामद किया है।
आरोपी वॉकी-टॉकी के जरिए अपने साथियों से संपर्क करता था ताकि मोबाइल कॉल ट्रेस न हो सकें। ड्रग्स की बात करने के लिए "कपडू" और पुलिस के लिए "काटी" जैसे कोडवर्ड का इस्तेमाल करता था। अपने घर के आसपास वॉकी-टॉकी से लैस साथियों को तैनात करता था, ताकि पुलिस या ग्राहक की गतिविधियों की जानकारी तुरंत मिल सके। मुंबई से ड्रग्स लाकर सूरत के विभिन्न क्षेत्रों में उसकी खपत और बिक्री करता था। लोगों को डराने-धमकाने और रैकेट की प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए अवैध रूप से हथियार भी रखता था।
उक्त आरोपी के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट और आर्म्स एक्ट के अंतर्गत सलाबतपुरा थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस इस केस से जुड़े अन्य वांछित आरोपियों की भी तलाश कर रही है।