सूरत : एसएमए की सख्ती का व्यापक असर, 245 व्यापारियों को समाधान कर दिलवाई रु. 7.30 करोड़ की राशि
अननियमित व्यापारियों को 31 जुलाई तक बकाया चुकाने की दी थी चेतावनी
5 वर्षों से निस्वार्थ सेवा में सक्रिय संगठन ने पेश किया Swift Tag योजना, साइबर क्राइम से बचाव पर भी हुई चर्चा
सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन की 205वीं साप्ताहिक समाधान मीटिंग का आयोजन माहेश्वरी भवन बैंक्वेट हॉल में किया गया, जिसमें 118 व्यापारियों ने भाग लिया। बैठक में प्राप्त 20 आवेदन पत्रों में से दो का तत्काल समाधान कर दिया गया, जबकि शेष मामलों को पंच पैनल के सुपुर्द कर समयानुसार निपटाने का आश्वासन दिया गया। मीटिंग में प्रमुख रूप से अशोक गोयल, मनोज अग्रवाल, संजय अग्रवाल, राजीव ओमर, दुर्गेश टिबरेवाल, राजू चिरानिया, महेश पाटोदिया, अनिल भाऊ वाला, रामकिशोर बजाज, केवल असीजा, मुकेश अग्रवाल, राजकुमार धनधनिया, प्रकाश बेरीवाल सहित अनेक व्यापारीगण उपस्थित रहे।
मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए संगठन प्रमुख नरेन्द्र साबू ने जानकारी दी कि संस्था को कार्य करते हुए 5 वर्ष पूरे हो गए हैं। इस अवधि में संस्था ने टेक्सटाइल मार्केट के हित में पूरी तरह निःशुल्क और निस्वार्थ रूप से कार्य किया है, जिससे हजारों व्यापारियों को लाभ मिला है।
गत 20 जुलाई की मीटिंग में अनियमित व्यापारियों और एजेंटों को चेतावनी दी गई थी कि यदि 31 जुलाई तक भुगतान नहीं किया गया, तो उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। इस सख्ती का व्यापक असर दिखा, और परिणामस्वरूप 245 व्यापारियों को कुल रु. 7.30 करोड़ की वसूली दिलवाई गई।
संगठन के प्रमुख ने स्पष्ट किया कि संस्था का उद्देश्य किसी को बदनाम करना नहीं, बल्कि व्यापारी भाइयों का बकाया दिलवाना ही प्राथमिक लक्ष्य है। कई व्यापारियों ने संगठन को धन्यवाद देते हुए इसे सूरत टेक्सटाइल मार्केट में एक नई शुरुआत करार दिया। सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन की यह मीटिंग न केवल विवाद समाधान का मंच बनी, बल्कि वित्तीय नवाचार और साइबर जागरूकता का केंद्र भी साबित हुई।