सूरत : कला महाकुंभ में 'रमझट 3.0' के छात्रों की शानदार जीत
NTPC कवास की CSR पहल रंग लाई, 9 श्रेणियों में से 8 में छात्रों ने जीत हासिल कर रचा नया कीर्तिमान
एनटीपीसी कवास की कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) पहल ‘रमझट 3.0’ के अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त विद्यार्थियों ने 2 अगस्त 2025 को आयोजित तालुका स्तरीय कला महाकुंभ प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए क्षेत्र का नाम रोशन किया। प्रतियोगिता में शामिल 9 में से 8 श्रेणियों में प्रतिभाग कर छात्रों ने 6 प्रथम, 1 द्वितीय एवं 1 तृतीय स्थान प्राप्त किया।
गुजरात सरकार द्वारा राज्य की पारंपरिक लोककलाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित कला महाकुंभ में कवास प्राथमिक शाला ने लग्नगीत श्रेणी में, दामका प्राथमिक शाला ने गरबा में, सुवाली प्राथमिक शाला ने रास नृत्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
डी.एल.के. शाह संजीवनी हाई स्कूल के छात्रों ने एकपात्र अभिनय, लोकगीत और समूह गीत में भी पहला स्थान हासिल किया। इसी विद्यालय के छात्रों ने लग्नगीत (15–20 वर्ष) वर्ग में दूसरा स्थान प्राप्त किया, वहीं शासकीय प्राथमिक शाला, भटलाई की छात्रा ने लोकगीत (6–14 वर्ष) वर्ग में तीसरा स्थान प्राप्त किया।
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त छात्रों को अब जिला स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेने का अवसर मिलेगा। इसके बाद मंडल व राज्य स्तर तक चयन प्रक्रिया जारी रहेगी।
एनटीपीसी कवास द्वारा 2023 से शुरू की गई ‘रमझट’ पहल का उद्देश्य छात्रों को पारंपरिक लोककलाओं में तकनीकी रूप से सक्षम बनाना है। प्रशिक्षण से पूर्व छात्रों के पास लोकनृत्य एवं गायन के लिए आवश्यक संसाधन व प्रशिक्षण की कमी थी। इसे समझते हुए NTPC कवास ने योग्य प्रशिक्षकों की सहायता से विद्यार्थियों को लोकनृत्य, गायन और अभिनय में गहन प्रशिक्षण प्रदान किया।
पिछले वर्ष 2024-25 की कला महाकुंभ प्रतियोगिता में भी NTPC कवास के छात्रों ने मंडल स्तर पर तृतीय स्थान हासिल कर क्षेत्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई थी। यह उपलब्धि सिर्फ छात्रों के लिए नहीं, बल्कि उनके शिक्षकों, विद्यालयों और NTPC कवास की सीएसआर नीति के लिए भी गर्व का विषय है, जो लोक संस्कृति को संजोने और नई पीढ़ी को इससे जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।