सूरत में आधार कार्ड सेवाओं में भारी अव्यवस्था, नागरिक परेशान
मनपा की सुस्ती से अटके हजारों काम, ज़ोन कार्यालयों से मिल रहे टाल-मटोल वाले जवाब
सूरत। सूरत नगर निगम के अधिकारियों की कथित सुस्ती के कारण शहर के लाखों नागरिक इन दिनों आधार कार्ड संबंधी सेवाओं को लेकर गंभीर परेशानी का सामना कर रहे हैं।
नगर निगम द्वारा आधार कार्ड प्रोसेसिंग का काम जिस 'अबाउट' एजेंसी को सौंपा गया था, उसका अनुबंध 21 जुलाई को समाप्त हो चुका है, लेकिन निगम ने अभी तक इसके नवीनीकरण या किसी वैकल्पिक व्यवस्था को लेकर कोई कदम नहीं उठाया है।
नतीजतन, जो लोग नया आधार कार्ड बनवाने, मोबाइल नंबर बदलने, या आधार कार्ड में नाम, उपनाम या पता सही कराने के लिए नगर निगम द्वारा संचालित 19 केंद्रों पर जा रहे हैं, उन्हें निराशा हाथ लग रही है।
उन्हें ज़ोन कार्यालयों से "2 दिन बाद आना और 3 दिन बाद आना" जैसे टाल-मटोल वाले जवाब देकर लौटाया जा रहा है। आश्चर्यजनक रूप से, कई जगह लोगों को "सर्वर डाउन" होने का गलत जवाब दिया जा रहा है, जबकि वास्तविक कारण एजेंसी का अनुबंध समाप्त होना है। नागरिकों को इस महत्वपूर्ण जानकारी से वंचित रखा जा रहा है।
नगर निगम को आमतौर पर किसी भी टेंडर की अवधि समाप्त होने से तीन महीने पहले ही आगे की कार्रवाई शुरू करनी होती है, ताकि सेवाओं में कोई व्यवधान न आए।
हालांकि, इस मामले में नगर निगम के कुछ अधिकारियों की लापरवाही के कारण 'अबाउट' एजेंसी का अनुबंध समाप्त होने तक कोई काम नहीं किया गया। इसी वजह से अब आधार कार्ड केंद्रों पर काम पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है, और लोगों को अपने जरूरी कामों के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है।
निजी केंद्रों की ओर धकेले जा रहे हैं नागरिक, लेकिन वहां भी समाधान नहीं परेशान नागरिकों को कुछ निजी केंद्रों पर जाने की सलाह दी जा रही है, लेकिन वहां से भी संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ रही हैं।
इस स्थिति ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, और नागरिकों को उम्मीद है कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान किया जाएगा।