सूरत : एसजीसीसीआई द्वारा विवनिट-2025 प्रदर्शनी का भव्य शुभारंभ, कपड़ा उद्योग को नई दिशा देने की पहल

2030 तक कपास संकट की संभावना के बीच विस्कोस बनेगा उद्योग की पहली पसंद, चैंबर करेगा क्षेत्रीय वाइब्रेंट गुजरात का आयोजन

सूरत : एसजीसीसीआई द्वारा विवनिट-2025 प्रदर्शनी का भव्य शुभारंभ, कपड़ा उद्योग को नई दिशा देने की पहल

सूरत। दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय "विवनिट-2025" प्रदर्शनी का शुभारंभ शुक्रवार, 18 जुलाई को सरसाणा स्थित सूरत अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी एवं सम्मेलन केंद्र में किया गया।

प्रदर्शनी का उद्घाटन बिरला सेलुलोज–ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड के समूह कार्यकारी अध्यक्ष मनमोहन सिंह ने किया, जबकि गुजरात सरकार के संयुक्त उद्योग आयुक्त डी.एम. जडेजा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।

चैंबर अध्यक्ष निखिल मद्रासी ने उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सूरत का कपड़ा और बुनाई उद्योग इसकी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। उन्होंने कहा कि "विवनिट-2025" जैसी प्रदर्शनियाँ न केवल उद्योग के लिए नेटवर्किंग और तकनीकी नवाचारों का प्लेटफ़ॉर्म हैं, बल्कि यह युवा पीढ़ी को भी उद्यमशीलता से जोड़ने का माध्यम बनती हैं।

उन्होंने घोषणा की कि चैंबर इस वर्ष पाँच प्रमुख कपड़ा प्रदर्शनियों का आयोजन करेगा और गुजरात सरकार के सहयोग से दक्षिण गुजरात के लिए क्षेत्रीय वाइब्रेंट गुजरात का आयोजन भी किया जाएगा।

मुख्य वक्ता मनमोहन सिंह ने भविष्य की जरूरतों पर प्रकाश डालते हुए कहा, “वर्ष 2030 तक भारत में प्रतिदिन लगभग 2000 टन कपास की कमी की आशंका है। ऐसे में विस्कोस और मोडाल यार्न उद्योग की पहली पसंद बन जाएंगे।” उन्होंने बताया कि वर्तमान में सूरत को प्रतिदिन 10,000 टन सूत की जरूरत होती है, जो अगले तीन वर्षों में बढ़कर 20,000 टन हो सकती है। फिलहाल सूरत में मात्र 2,000 टन सूत का उत्पादन होता है और शेष आयात किया जाता है।

संयुक्त उद्योग आयुक्त डी.एम. जडेजा ने अपने संबोधन में कहा कि इस तरह की प्रदर्शनियाँ उद्यमियों की सोच बदलने में सहायक होती हैं। उन्होंने कहा कि “तकनीक के इस युग में व्यवसाय में नवाचार आवश्यक है, और इसके लिए राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं और सहयोग के माध्यम से उद्योगपतियों का समर्थन कर रही है।” उन्होंने यह भी कहा कि देश में व्यापार के लिए सबसे बेहतर आधारभूत ढाँचा गुजरात में उपलब्ध है, जहाँ युवा अब नौकरी की बजाय उद्यमिता की राह पर आगे बढ़ रहे हैं।

चैंबर के उपाध्यक्ष अशोक जीरावाला ने प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विवनिट प्रदर्शनी सूरत ही नहीं बल्कि पूरे भारत के कपड़ा उद्योग को वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ाने में सहायक होगी।

प्रदर्शनी अध्यक्ष किरण ठुंम्मर ने जानकारी दी कि तीन दिवसीय प्रदर्शनी में देशभर से 15,000 से अधिक खरीदार और आगंतुक भाग लेंगे।

इस अवसर पर चैंबर के पूर्व अध्यक्ष विजय मेवावाला, मानद मंत्री बिजल जरीवाला, कोषाध्यक्ष सीए मितीश मोदी, सह-अध्यक्ष नीरव मंडलेवाला, विवनिट अध्यक्ष हरेश पटेल, पूर्व अध्यक्ष हिमांशु बोडावाला, प्रवीण नानावटी, रमेश वघासिया सहित कई गणमान्य व्यक्ति एवं उद्योगपति उपस्थित रहे।

उद्घाटन समारोह का संचालन श्रीमती कृतिकाबेन शाह ने किया। विवनिट-2025 प्रदर्शनी 20 जुलाई 2025 तक खुली रहेगी और कपड़ा उद्योग से जुड़े नवीनतम ट्रेंड्स, मशीनरी और यार्न प्रदर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेंगी।