सूरत को शिक्षा की नई सौगात: 35.47 करोड़ की लागत से बनेंगे 7 आधुनिक स्कूल, 10,000 छात्रों को मिलेगा लाभ
203 नई कक्षाओं का होगा निर्माण, जर्जर भवनों से मिलेगी मुक्ति; स्मार्ट सुविधाओं और बहुभाषीय शिक्षा से समृद्ध होगा शैक्षणिक ढांचा
सूरत । सूरत शहर की शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। नगर प्राथमिक शिक्षा समिति के अंतर्गत 35.47 करोड़ रुपये की लागत से 7 नए स्कूल भवनों का शिलान्यास किया गया। यह शिलान्यास समारोह भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
इन भवनों का निर्माण लिंबायत, रांदेर, वराछा ज़ोन ए और वराछा ज़ोन बी सहित शहर के विभिन्न इलाकों में किया जाएगा। कुल 203 नई कक्षाओं का निर्माण होगा, जिससे लगभग 10,000 छात्रों को सीधा लाभ मिलेगा।
अब तक कई स्कूल जर्जर हालत में थे और कई जगह दो से अधिक शिफ्टों में कक्षाएं संचालित हो रही थीं। इससे छात्रों और शिक्षकों को काफी असुविधा होती थी। इन नए भवनों के निर्माण से बच्चों को एक सुरक्षित, आधुनिक और सुविधाजनक वातावरण में शिक्षा मिल सकेगी।
नगर प्राथमिक शिक्षा समिति के अध्यक्ष राजेंद्र कपाड़िया ने बताया कि बीते पांच वर्षों में 50,000 से अधिक छात्र निजी स्कूलों से स्थानांतरित होकर सरकारी स्कूलों में आए हैं। इस वर्ष भी 16,000 नए छात्रों ने नगर प्राथमिक शिक्षा समिति के स्कूलों में दाखिला लिया है।
उन्होंने कहा, “कुछ क्षेत्रों में तीन से चार गुना अधिक दाखिला आवेदन आते हैं, जो इन स्कूलों के प्रति बढ़ते विश्वास और लोकप्रियता का प्रमाण हैं।”
महापौर दक्षेश मावाणी ने अपने भाषण में बताया कि केंद्रीय मंत्री सी.आर. पाटिल के मार्गदर्शन में पिछले डेढ़ वर्ष में शिलान्यास किए गए 10 विद्यालयों का उद्घाटन दिसंबर 2025 तक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सूरत नगर निगम देश का पहला ऐसा नगर निगम है जो 6 भाषाओं में शिक्षा प्रदान करता है। “हमारे यहां ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना से हर राज्य के छात्रों के लिए शिक्षा की व्यवस्था की जाती है।” उन्होंने यह भी बताया कि सभी स्कूलों में स्मार्ट बोर्ड लगाए गए हैं और सुमन स्कूल के 96% छात्रों ने 10वीं व 12वीं में 94% परिणाम हासिल किया है।
विधायक संदीप देसाई ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ डुमस सी फेस, तापी रिवर फ्रंट, रेलवे स्टेशन, बुलेट ट्रेन और मेट्रो जैसी परियोजनाएं भी प्रगति पर हैं। उन्होंने सूरत को देश के सबसे तेज़ी से विकसित होते शहरों में से एक बताया और कहा कि शिक्षा के साथ-साथ स्वच्छता, पानी और अन्य क्षेत्रों में भी नगर निगम ने कई राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं।
केंद्रीय मंत्री सी.आर. पाटिल ने कहा कि उन्होंने भी जिला शिक्षा समिति के स्कूल से पढ़ाई की है। उन्होंने कहा, “हमारे लिए यह सिर्फ स्कूलों का निर्माण नहीं, बल्कि भावी पीढ़ी की नींव है।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि सूरत नगर निगम के स्कूलों में पर्याप्त शिक्षक, आधुनिक सुविधाएं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा रही है। उन्होंने नगर निगम के "स्वच्छता सुपर लीग" में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अधिकारियों और सफाई कर्मचारियों को बधाई दी और जल संरक्षण के प्रति भी लोगों को जागरूक किया।
इस समारोह में उप महापौर डॉ. नरेंद्र पाटिल, स्थायी समिति अध्यक्ष राजन पटेल, पूर्व महापौर निरंजन झांझमेरा, भाजपा सूरत अध्यक्ष परेश पटेल, नगर प्राथमिक समिति के पदाधिकारी, विभिन्न समिति अध्यक्ष, शिक्षकगण, नगरसेवक, मीडिया प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।