सूरत : वार्षिक साधारण सभा में समाज सेवा प्रकल्पों की रूपरेखा पर हुआ मंथन
सूरत जिला माहेश्वरी सभा की द्वितीय वार्षिक साधारण सभा संपन्न, समाजहित में योजनाओं की प्रस्तुति
सूरत जिला माहेश्वरी सभा की सप्तम सत्र की द्वितीय वार्षिक साधारण सभा रविवार को सीटी लाइट स्थित माहेश्वरी भवन में विधिवत रूप से संपन्न हुई। सभा की शुरुआत दीप प्रज्वलन, भगवान महेश वंदना, राष्ट्रगान और दिवंगत सदस्यों को मौन श्रद्धांजलि अर्पित कर की गई।
सभा के अध्यक्ष पवन बजाज ने अपने स्वागत भाषण में सभी सदस्यों को आभार व्यक्त करते हुए सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। जिला सचिव अतीन बाहेती ने सत्र 2024-25 की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की और आगामी सत्र में नवीन समाज सेवा प्रकल्पों की जानकारी साझा की।
जिला कोषाध्यक्ष रामसहाय सोनी ने वर्ष भर का वित्तीय लेखा-जोखा प्रस्तुत किया, वहीं संयुक्त सचिव महेश खटोड़, उपाध्यक्ष टीकम असावा और विजय भट्टड़ ने 12 क्षेत्रीय सभाओं द्वारा किए गए समाज उपयोगी कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।
अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महासभा के कार्यसमिति सदस्य गिरधर गोपाल मूंदड़ा और मुरली सोमानी ने महासभा के विभिन्न सेवा प्रकल्पों की जानकारी दी। सीए सुरेश काबरा ने सामाजिक सुरक्षा योजना का विस्तृत विवरण देते हुए सभी क्षेत्रीय सभाओं से अधिक से अधिक सदस्य बनाने का आग्रह किया।
माहेश्वरी भवन सचिव सुरेश तोषनीवाल ने भवन द्वारा संचालित प्रकल्पों पर जानकारी दी, जबकि माहेश्वरी सेवा सदन सचिव शैलेश चांडक ने सभी सभाओं के सफल आयोजन की सराहना की।
समाज दर्पण पत्रिका प्रभारी महेश पुंगलिया ने सुझाव दिया कि जिन माहेश्वरी परिवारों में तीसरी संतान होती है, समाज को उन्हें सम्मानित करना चाहिए। ओपन मंच सत्र के दौरान उपस्थितजनों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का अध्यक्ष व सचिव ने सरल व स्पष्ट रूप से उत्तर दिया।
सभा में मदनमोहन पेड़ीवाल, घनश्याम चांडक, सत्यनारायण दरगड, राधाकिशन मूंदड़ा, महेंद्र झंवर, किशोर बाहेती, रंगनाथ भट्टड़, गिरधारी साबू, भगवती प्रसाद गग्गड़, 12 क्षेत्रीय सभाओं के अध्यक्ष एवं सचिव, समाज के भामाशाह, गणमान्य नागरिक एवं कार्यकारिणी सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। अंत में जिला कार्यालय मंत्री विष्णु राठी ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन किशन राठी ने किया।