सूरत : श्रीहरि रथ मंदिर योजना का विस्तार: सूरत में दो रथ मंदिरों का भव्य उद्घाटन
वनवासी क्षेत्रों में धार्मिक चेतना को सशक्त करने की अनूठी पहल
एकल श्रीहरि सूरत चैप्टर द्वारा रविवार को सूरत शहर में दो नये श्रीहरि रथ मंदिरों का भव्य उद्घाटन किया गया। यह आयोजन सिटी लाइट क्षेत्र स्थित महाराजा अग्रसेन पैलेस के श्याम कुंज हॉल में श्रद्धा और उल्लास के वातावरण में संपन्न हुआ।
इस विशेष अवसर पर दो रथ मंदिरों के दानदाता ओमप्रकाश अग्रवाल और विनोद मित्तल को सम्मानित किया गया। साथ ही कार्यक्रम में सीए अरुण गिनोड़िया और विष्णु चौधरी बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना और भारत माता की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुई।
सूरत चेप्टर के अध्यक्ष रमेश अग्रवाल ने सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुए संस्था के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। पश्चिम ज़ोन के नगर संगठन प्रमुख रामेश्वर दयाल ने श्रीहरि रथ योजना की मूल भावना, कार्यप्रणाली और इसके सकारात्मक परिणामों के बारे में जानकारी दी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष सीए महेश मित्तल ने एकल श्रीहरि की पंचमुखी योजना के तहत चल रही इस रथ मंदिर पहल को विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि कई वनवासी गांवों में आज भी देवस्थलों और मंदिरों का अभाव है। सरल, श्रद्धालु वनवासी समाज अपने गांव में ही अपने इष्ट देवों की आराधना कर सके, इस उद्देश्य से ‘श्रीहरि रथ मंदिर’ योजना की शुरुआत की गई है।
कार्यक्रम के अंत में दोनों रथ मंदिरों का विधिवत पूजन किया गया। आयोजन में प्रसाद वितरण की भी व्यवस्था की गई थी। इस अवसर पर संस्था के संरक्षक उमेश अग्रवाल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विश्वनाथ सिंघानिया, महिला समिति, युवा समिति और शहर के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। यह पहल न केवल धार्मिक भावना को बल देती है, बल्कि देश के दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना को भी जाग्रत करती है।