अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने दी ब्रिक्स देशों को धमकी, दुनिया में मची हलचल
अमेरिका विरोधी नीतियों’ से जो भी जुड़ेगा, उस पर लगेगा 10 फीसदी अलग से टैरिफ
वाशिंगटन, 08 जुलाई (वेब वार्ता)। पीएम नरेंद्र मोदी ने एक तरफ ब्राजील में हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया, वहीं दूसरी तरफ डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिक्स देशों को धमकी दी है। कि जो भी देश ब्रिक्स की ‘अमेरिका विरोधी नीतियों’ के साथ जुड़ेंगे उन पर 10 फीसदी का अलग से टैरिफ लगाया जाएगा।
ट्रंप के इस बयान के बाद दुनिया देशों में हलचल मच गई है। ट्रंप ने सीधे तौर पर भारत को चेतावनी है क्योंकि भारत रुस से एस400 डिफेंस सिस्टम खरीदा था जिसे लेकर अमेरिका नाराज हो गया था। ट्रंप ने यह चेतावनी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर साझा की है।
ट्रंप ने लिखा- ब्रिक्स की अमेरिका विरोधी नीतियों से जुड़ने वाले किसी भी देश पर 10 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा। इस नीति में कोई अपवाद नहीं होगा। इस मामले पर आपका ध्यान देने के लिए धन्यवाद! ट्रंप ने यह साफ नहीं किया कि वह ‘अमेरिका विरोधी नीतियां’ किसे मानते हैं।
यही कारण है कि इसके व्याख्या को लेकर भ्रम की स्थिति बन गई है। हालांकि उन्होंने जिस अपवाद की बात की है वह सीधे तौर पर भारत है। दरअसल भारत कई बार अपने हितों के लिए ऐसे कदम उठाता रहा है, जो अमेरिका को पसंद नहीं आते हैं। रूस से एस-400 खरीदना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, जहां अमेरिका ने भारत पर प्रतिबंध नहीं लगाए। ऐसे में ट्रंप इस तरह की चेतावनी सीधे भारत को दे रहे हैं।
ट्रंप की इस धमकी के ठीक एक दिन पहले ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों के नेताओं ने अमेरिका की ‘मनमानी’ टैरिफ नीति की आलोचना की थी। रियो डी जेनेरियो में संपन्न हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद जारी संयुक्त बयान में उन्होंने कहा कि हम उन एकतरफा टैरिफ और गैर-टैरिफ कदमों पर गहरी चिंता जताते हैं जो वैश्विक व्यापार को प्रभावित करते हैं और डब्ल्यूटीओ के नियमों के खिलाफ हैं।
ब्रिक्स नेताओं ने बिना ट्रंप का नाम लिए उनके हालिया फैसलों को वैश्विक आर्थिक स्थिरता के लिए खतरा बताया। यह भी साफ है कि ट्रंप की नीति न केवल साझेदार देशों को असहज कर रही है बल्कि वैश्विक बाजारों को भी झटका दे रही है।
बता दें पीएम मोदी पांच देशों की यात्रा पर हैं। इस दौरान शनिवार को ब्राजील पहुंचे, जहां उन्होंने रियो डी जेनेरियो में 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। सम्मेलन को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए उन्होंने ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा का आभार माना और इंडोनेशिया के ब्रिक्स में शामिल होने पर बधाई दी।
पीएम मोदी ने कहा कि ग्लोबल साउथ को दशकों से वैश्विक मंचों पर नजरअंदाज किया गया है और 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने के लिए संस्थानों में ठोस और व्यापक सुधार की जरूरत है।