वडोदरा : ‘स्वस्थ गुजरात, मोटापा मुक्त गुजरात’ अभियान को मिला जनसमर्थन
योग, संतुलित आहार और अनुशासित दिनचर्या से मिलेगा मोटापे से छुटकारा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘मन की बात’ कार्यक्रम में मोटापे से मुक्ति की अपील के बाद राज्य सरकार ने 'स्वस्थ गुजरात, मोटापा मुक्त गुजरात' अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सजग बनाना और जीवनशैली में सुधार लाकर मोटापे जैसी गंभीर समस्या से बचाना है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि मोटापा कई बीमारियों का कारण बन सकता है, जिनमें हृदय रोग, टाइप-2 मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर और स्ट्रोक प्रमुख हैं। अभियान के तहत नागरिकों को मोटापे से बचाव के लिए 'पंचप्राण' – नियमित व्यायाम, योग-प्राणायाम, श्रम, संतुलित आहार और तेल-शक्कर का सीमित सेवन को अपनाने की सलाह दी जा रही है। विशेषज्ञों की राय है कि भोजन में तेल का सेवन 10 प्रतिशत तक कम करने से अच्छे परिणाम मिलते हैं। इसके साथ ही पौष्टिक आहार भी बहुत जरूरी है।
विशेषज्ञों के अनुसार, व्यायाम और योग से शरीर सक्रिय रहता है और चयापचय प्रणाली बेहतर होती है। तले-भुने और अधिक चीनी युक्त खाद्य पदार्थों से दूरी बनाकर और आहार में ताजे फल, सब्जियां, सलाद और सूखे मेवे शामिल कर मोटापे पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
इस अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम, योग शिविर और पोषण कार्यशालाओं का आयोजन पूरे राज्य में किया जा रहा है। वहीं नागरिकों से दिन में कम से कम 30 मिनट टहलने, पर्याप्त नींद लेने और तनावमुक्त जीवन जीने की अपील की जा रही है। राज्य सरकार का कहना है कि यदि हर व्यक्ति स्वस्थ रहने की दिशा में स्वप्रेरणा से कदम बढ़ाए तो ‘मोटापा मुक्त गुजरात’ का लक्ष्य जल्द ही साकार होगा।