सूरत चैंबर द्वारा 'फेस वैल्यू मैटर्स' विषय पर स्वास्थ्य सत्र का आयोजन

त्वचा स्वास्थ्य का आत्मविश्वास, करियर और जीवन पर पड़ता है गहरा असर: डॉ. जगदीश सखिया

सूरत चैंबर द्वारा 'फेस वैल्यू मैटर्स' विषय पर स्वास्थ्य सत्र का आयोजन

सूरत। दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (SGCCI) द्वारा शुरू की गई स्वास्थ्य श्रृंखला के अंतर्गत रविवार, 15 जून 2025 को समृद्धि सभागार, नानपुरा में ‘फेस वैल्यू मैटर्स’ विषय पर विशेष सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र में शहर के ख्यातिप्राप्त त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. जगदीश सखिया ने त्वचा के स्वास्थ्य के आत्मविश्वास, करियर और जीवनशैली पर पड़ने वाले प्रभावों पर गहराई से प्रकाश डाला।

चैंबर के अध्यक्ष निखिल मद्रासी ने अपने उद्घाटन वक्तव्य में कहा कि चैंबर न केवल व्यापारिक उन्नति के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि समाज के प्रति अपने सामाजिक दायित्वों के तहत नागरिकों और उद्यमियों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ाने हेतु इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।

डॉ. सखिया ने बताया कि जब शरीर में विटामिन D3, B12 और आयरन की कमी होती है, तो इसका पहला असर त्वचा पर दिखाई देता है। उन्होंने भारत में त्वचा रोग विशेषज्ञों की कमी को भी उजागर किया—देश में 140 करोड़ लोगों के लिए केवल 70,000 त्वचा विशेषज्ञ हैं, यानी प्रति ढाई लाख लोगों पर एक डॉक्टर उपलब्ध है। सूरत में फिलहाल केवल 140 स्किन विशेषज्ञ कार्यरत हैं।

उन्होंने बताया कि दुनिया में करीब 5000 प्रकार के त्वचा रोग हैं, जो न केवल व्यक्ति की शारीरिक सुंदरता बल्कि जीवन की गुणवत्ता को भी प्रभावित करते हैं। त्वचा की देखभाल में  प्रेरणा, रखरखाव और रोकथाम तीनों ही पहलू महत्वपूर्ण हैं।

डॉ. सखिया ने बताया कि तनाव, खान-पान और शारीरिक गतिविधियों की सीधी भूमिका त्वचा की स्थिति में होती है। स्किन पर पिंपल, डलनेस और पिग्मेंटेशन जैसी समस्याएं अक्सर तनाव और खराब जीवनशैली का परिणाम होती हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ वॉकिंग ही नहीं, बल्कि स्ट्रेचिंग, वेट लिफ्टिंग और मेडिटेशन  भी जरूरी हैं। खासकर मेडिटेशन तनाव को नियंत्रित करता है, जिसका त्वचा पर सीधा सकारात्मक असर दिखता है।

मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि आज के कॉरपोरेट प्रोफेशनल्स स्किन को लेकर अधिक जागरूक हो गए हैं। खासकर युवा वर्ग त्वचा की छोटी समस्याओं को भी नजरअंदाज नहीं करता।

उन्होंने  त्वचा के शत्रुओं के बारे में भी विस्तार से बताया और सलाह दी कि लोग त्वचा के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और त्वचा संबंधी तकलीफों के लिए विशेषज्ञ से परामर्श लें।

इस सत्र के आयोजन में चैंबर के उपाध्यक्ष अशोक जीरावाला, मानद मंत्री बिजल जरीवाला, तथा  पब्लिक हेल्थ कमेटी के डॉ. जगदीश वघासिया और डॉ. राजन देसाई ने प्रमुख भूमिका निभाई।

Tags: Surat SGCCI